कई और कंपनियों के नाम पर भी फर्जीवाड़ा
रुद्रपुर। ठगों के निशाने पर सिर्फ बजाज ऑटो ही नहीं, सिडकुल की कई और बड़ी कंपनियां भी हैं। नौकरी के न
रुद्रपुर। ठगों के निशाने पर सिर्फ बजाज ऑटो ही नहीं, सिडकुल की कई और बड़ी कंपनियां भी हैं। नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से खुल्लम-खुल्ला छल किया जा रहा है। पहले रजिस्ट्रेशन और फिर सिक्योरिटी के नाम पर धोखाधड़ी का खेल चल रहा है। चर्चा में आई शाइन कैरियर इंडिया के खाते में प्रतिदिन हजारों का टर्नओवर मिला है। ऐसे लोगों के झांसे में न आने की खुद बजाज कंपनी ने ताकीद की है।
सिडकुल आने से बेरोजगारों में नौकरी की आस जगी थी। उम्मीद थी कि अपने ही प्रदेश में नौकरी मिलेगी। ऐसा हुआ भी, लेकिन उतना नहीं जितना सोचा था। जिन बेरोजगारों को नौकरी नहीं मिली, उन्हें ठगों ने अपना शिकार बनाया। सिडकुल आने के साथ ही रुद्रपुर में तमाम प्लेसमेंट एजेंसियां खुल गई। बेरोजगारों से रजिस्ट्रेशन के नाम पर शुल्क जमा कराया गया। तमाम चक्कर लगवाए गए, लेकिन नौकरी नहीं मिली तो थक-हारकर युवक खुद ही घर बैठ गए। प्लेसमेंट एजेंसियों का खेल सार्वजनिक हो चुका था तो अब ऑनलाइन जॉब पोर्टल के जरिये ठगी का तरीका निकाला गया। बजाज ऑटो लिमिटेड में नौकरी के नाम पर युवकों को गुमराह करने वाली शाइन कैरियर इंडिया इसका उदाहरण है। इस कंपनी ने जीमेल पर एचआर.शाइन कैरियर इंडिया पर मेल आईडी बना रखी है। जिस पर बेरोजगारों से उनके बायोडाटा कलेक्ट किए जा रहे थे। बेरोजगारों से दो पार्ट में प्रोफाइल वेरीफिकेशन की बात कही गई थी। पहला डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन, जिसमें रजिस्ट्रेशन के नाम पर 2250 रुपये जमा कराए जा रहे थे और सेकेंड बेकग्राउंड वेरीफिकेशन, जिसमें 10 हजार 500 रुपये सिक्योरिटी मनी अनधिकृत तरीके से वसूली जा रही थी। सूत्रों की मानें तो आगरा के जिस एकाउंट में ये पैसा जमा कराया जा रहा था, उसमें प्रतिदिन 60 से 70 हजार रुपये का ट्रांजिक्शन मिला है। यानी कंपनी ने कई युवाओं को निशाना बनाया है। सिर्फ बजाज ही नहीं, अन्य कंपनियों के नाम पर भी ऐसा हुआ है। पुलिस ने बजाज आटो की ओर से दर्ज कराई शिकायत पर जांच शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि बेरोजगारों को छलने वाले जल्द पकड़ में होंगे।
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ज्वाइन करो, सिक्योरिटी वापस
ठगी करने वाली शाइन कैरियर इंडिया ने लोगों का विश्वास जीतने के बाद जमा की गई सिक्योरिटी मनी को ज्वाइनिंग के बाद संबंधित कंपनी से वापस मिलने की बात भी कही। ऐसा शाइन कैरियर की ओर से जारी फर्जी नियुक्ति पत्र में भी दर्ज है।
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इम्प्लॉय आईडी भी दी गई
बेरोजगारों को ठगने वाली शाइन कैरियर इंडिया इम्प्लॉय आइडी और रिफरेंस आइडी भी जारी करती है। शक्तिविहार के टिकेंद्र पाल को भी आइडी जारी की गई, जिसका नंबर टीपी104860 है। इसी आइडी के जरिये मेल पर सूचना का आदान-प्रदान हो रहा था।
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बड़ा सवाल, कैसे खुला अकाउंट
बड़ा सवाल यह है कि कंपनी ने एसबीआइ आगरा में किस तरह अपना अकाउंट खोल लिया। यह अकाउंट आइटी मैट्रिक्स सोल्यूशन के नाम पर है और इसी में बेरोजगारों से शाइन कैरियर इंडिया पैसा जमा करा रही थी। खास बात यह है कि इस पैसे की निकासी आगरा नहीं, गाजियाबाद से की जा रही थी। गाजियाबाद के कौन लोग इसमें शामिल हैं, यह भी जांच का विषय है।
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हमारे संज्ञान में पूरा मामला है। हम ऐसे लोगों की जांच करा रहे हैं। जल्द ही वे पकड़ में आएंगे। साथ ही आगरा के एकाउंट की भी जांच कराई जाएगी। बेरोजगारों से भी कहना चाहूंगा कि ऐसे लोगों के झांसे में न आएं। आवेदन करें, तो पता करने के बाद ही।
नीलेश आनंद भरणे, एसएसपी, ऊधमसिंह नगर