बैठक बन गई राजनीति का अखाड़ा
जागरण संवाददाता, खटीमा : मुआवजे को लेकर बैठक में नेताओं की जमकर नोकझोंक हुई। एडीएम को कई बार आक्रोशि
जागरण संवाददाता, खटीमा : मुआवजे को लेकर बैठक में नेताओं की जमकर नोकझोंक हुई। एडीएम को कई बार आक्रोशित लोगों को शांत कराने के लिए उठना पड़ा। हंगामे के बीच एडीएम ने कई अलग-अलग बिंदुओं पर लोगों से सुझाव लिए। उन्होंने बताया कि वे इन सुझावों को शासन को भेजेंगे।
तराई किसान सुधार समिति के अध्यक्ष कै. शेर सिंह दिगारी ने मुख्यमंत्री हरीश रावत के समक्ष मुआवजे को लेकर हो रहे विवाद का समाधान करने की मांग की थी। सीएम के आदेश के बाद ही एडीएम आशीष कुमार श्रीवास्तव ने शुक्रवार को जनप्रतिनिधियों व प्रभावित काश्तकारों से सुझाव मांगने के लिए बैठक बुलाई थी। ब्लाक सभागार में आयोजित बैठक में नेताओं को कई बार लोगों का आक्रोश झेलना पड़ा। विधायक पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रभावित किसानों को पहले मुआवजा दिया जाए। जिसके बाद निर्माण शुरू कराया जाए।
नानकमत्ता विधायक डॉ. प्रेम सिंह राना ने कहा कि मुआवजे को लेकर जनजाति व गैर जनजाति के लोग आपस में बैठक कर मुआवजा तय कर लें। जिस पर गैर जनजाति के लोग विधायक पर बरस पड़े। उन्होंने कहा कि भूमि खरीदते समय उन्हें मुंह मांगी रकम दी गई है। जिनका मुआवजे में कोई हक नहीं बनता है। काबिज लोगों को ही मुआवजा मिलना चाहिए। इस बात को लेकर नेताओं में जमकर नोकझोंक हुई। जिला पंचायत सदस्य वहिदुल्ला खां ने कहा कि चयनित जगह पर ही बाइपास बनना चाहिए, जो देशहित में है। इस बात पर भी लोगों का पारा चढ़ गया। उन्होंने जिपं सदस्य को खरी-खोटी सुनाई। उनका कहना था कि जिनकी पूरी-पूरी जमीन बाइपास में चली गई है, उन परिवारो से पूछो कि वह अब कहां जाएगा। उन्होंने नेताओं से कहा कि वे मुआवजे को लेकर सुझाव दें, राजनीति न करें। पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष कुंवर सिंह खनका ने कहा कि बाइपास का निर्माण शारदा लिंक कैनाल के किनारे से बनाया जाए। जिसमें मुआवजे की कोई दिक्कत नहीं आएगी। किसान प्रभावित नहीं होंगे। शहर में ओवरब्रिज बनाकर बाइपास निकाला जाए। यदि चयनित जगह पर ही बाइपास बनाना है, तो जमीन के बदले जमीन दे दी जाए। जिससे कोई विवाद नहीं होगा। जिला पंचायत सदस्य राम सिंह जेठी, नवीन जोशी, किसान नेता प्रकाश तिवारी ने भी प्रभावितों को ही मुआवजा मिलने की बात कही। एडीएम ने बताया कि बैठक में जो सुझाव उन्हें मिले हैं। वे इन्हीं शासन को भेजेंगे। जिसके बाद भी कोई निर्णय लिया जाएगा।
इस मौके पर प्रधानसंघ अध्यक्ष मोहनी पोखरिया, राणा थारू परिषद के अध्यक्ष नरेश राना, मोहन जोशी, भूपेंद्र खोलिया, माया जोशी, केएस कार्की, भूपेंद्र भंडारी, भीम सिंह सामंत आदि मौजूद थे।
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प्रभावित को बैठक की सूचना नहीं
खटीमा : टू लेने में मुआवजा विवाद को निपटाने को लेकर एडीएम ने शुक्रवार को जनप्रतिनिधियों व प्रभावित लोगों को सुझाव लेने के लिए बुलाया था। लेकिन बैठक में प्रभावितों की संख्या बहुत कम थी। इसमें अधिकांश नेता मौजूद थे। भाजपा जिला महामंत्री नंदन सिंह खड़ायत ने कहा कि स्थानीय प्रशासन ने प्रभावितों को कोई सूचना नहीं दी। जबकि प्रभावितों की राय व सुझाव जरूरी थे।