बकाएदारों की सूची में सुपरटेक टॉप पर
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : तहसील प्रशासन ने क्षेत्र में बकाया राजस्व जमा न करने वाले दस बड़े बकाएदा
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : तहसील प्रशासन ने क्षेत्र में बकाया राजस्व जमा न करने वाले दस बड़े बकाएदारों की सूची तहसील में चस्पा कर दी है। इनमें सुपरटेक कंपनी टॉप पर है।
चालू वित्तीय वर्ष का अंतिम माह चल रहा है। इसमें बकाएदारों से वसूली में जिला प्रशासन जुटा है। इसी के तहत तहसील क्षेत्र में विभिन्न विभागों के बकाया राजस्व वसूलने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। तहसील प्रशासन ने 31 मार्च तक संग्रह अमीनों को शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने को कहा गया है। तहसीलदार ने अब तहसील कार्यालय में टॉप दस बकाएदारों की सूची चस्पा दी है। इनमें नामी बिल्डर कंपनी सुपरटेक पर श्रम देय का 2.40 करोड़ का राजस्व सबसे ज्यादा बकाया है। इसके बाद मयूरी अरोरा पर यूनियन बैंक का 4,35,346 संजय यादव भगवानपुर पर बैंक ऑफ बडौदा का ऋण 4, 06,686, अंजनी कुमार निवासी फुलसुंगा पर न्यायालय देय का 3,87,325 समाज कल्याण अधिकारी पर न्यायालय देय का 3,58,200, तुल्लन पुत्र दुल्ले निवासी कुरैया पर बैंक ऋण का 3,14,229, मै.रोजी ताशा सिडकुल पर श्रम देय का 2,96,120, एके त्रिपाठी निवासी प्रतापपुरपर बैंक ऋण का 2,82,249, गज्जन सिंह निवासी रायपुर पर स्टेट बैंक ऋण का 2,57,459 व रंजीत सिंह निवासी अर्जुनपुर पर यूको बैंक का ऋण 2,15,281 रुपये राजस्व बकाया वसूला जाना। तहसीलदार संजय कुमार ने बताया कि इन दस बकाएदारों में से सुपरटेक कंपनी समेत पांच की आरसी फरवरी 2015 के बाद प्राप्त हुई है। इनसे बकाए की वसूली के लिए मांग पत्र भेज दिए गए हैं। शेष पांच यदि 31 मार्च तक बकाया जमा नहीं करते तो उनकी राजस्व कर्मियों से अचल संपतियों का मूल्यांकन करा उनकी नीलामी की कार्रवाई की जाएगी।