कोली को उम्रकैद से दुखी पायल के परिजन
गदरपुर (ऊधमसिंह नगर) : नोएडा के निठारी में नरपिशाचों के हाथों मारी गई पायल के परिजन अभियुक्त सुरेंद्
गदरपुर (ऊधमसिंह नगर) : नोएडा के निठारी में नरपिशाचों के हाथों मारी गई पायल के परिजन अभियुक्त सुरेंद्र कोली को शुरू से ही फांसी सजा देने की मांग करते आ रहे हैं। कोली को फांसी की सजा को उम्र कैद में बदले जाने से परिजन मासूस हैं।
ग्राम पिपलिया नंबर एक की रहने वाली पायल उर्फ दीपिका के पिता नंदलाल नोएडा में क्लीनिक चलाते थे। उसकी पत्नी लक्ष्मी व पुत्र अमित पिपलिया में रहते थे। उसके दूसरे पुत्र प्रकाश व उसकी पत्नी प्रिया भी वहां रहती थी और वे नोएडा आते-जाते रहते थे। कुछ समय पूर्व पायल नोएडा गई। प्रकाश वहां केरोसिन डिपो में काम करता था। बताया जाता है कि पायल को नोएडा निवासी उद्यमी मोहिन्दर सिंह ने सात मई 2006 को सेक्टर31 स्थित डी-5 बंगले में बुलाया था। उस दिन पायल वहां जाने के बाद वापस नही लौटी। इसके बाद से पॉयल के पिता नंदलाल ने न्यायालय के दरवाजे खटखटाने शुरू कर दिए। काफी संघर्ष के बाद जब इस कांड का खुलासा हुआ तो इस कांड के अभियुक्तों को नंदलाल के परिवार व इस क्षेत्र के ग्रामीण फांसी सजा दिए जाने की मांग करते रहे। मुख्य आरोपी सुरेंद्र कोली को फांसी की सजा सुनाई गयी तो पॉयल के परिजनों ने संतोष जताया था। कोली की फांसी की सजा को कम कर उम्र कैद में बदले जाने की खबर सुनते ही वह मासूस हो गए। उनका कहना है कि मासूमों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले ऐसे नरपिशाचों को मौत की सजा न मिले तो यह बेहद दुखद है।