कैंप बने पर्यटकों की पहली पसंद
जागरण संवाददाता,नई टिहरी: चंबा मसूरी फलपट्टी में अब कैं¨पग का क्रेज पर्यटकों के सिर चढ़कर बोल रहा है
जागरण संवाददाता,नई टिहरी: चंबा मसूरी फलपट्टी में अब कैं¨पग का क्रेज पर्यटकों के सिर चढ़कर बोल रहा है। धनोल्टी से लेकर काणाताल और ठांगधार तक अब स्थानीय युवा कैं¨पग के जरिए पर्यटकों को लुभा रहे हैं। मौजूदा वक्त की बात करें तो यहां पर 15 से ज्यादा कैं¨पग साइट संचालित की जा रही हैं। जहां पर रात रुकने से लेकर साहसिक खेलों का प्रशिक्षण भी पर्यटकों को दिया जाता है। अब पहाड़ों में सर्दी के जाते ही पर्यटकों के आने का सिलसिला शुरु हो गया है।
धनोल्टी से लेकर ठांगधार तक अलग- अलग लोकेशन में इन कैं¨पग साइट में रात ठहरने , खाने, बोन फायर सहित साहसिक खेलों की सुविधा दी जा रही है। पिछले साल की बात करें तो अप्रैल से लेकर जून तक 20 हजार से ज्यादा पर्यटक कैंप साइट में रुके थे। धनोल्टी में कैंप संचालक राम मोहन ने बताया कि अब सीजन शुरू हो रहा है। सर्दियों में पर्यटक कैंप में ज्यादा दिलचस्पी नहीं लेते हैं, लेकिन गर्मियों में कैंप की डिमांड ज्यादा रहती है। यहां पर सभी तरह की सुविधाएं पर्यटकों को दी जाती है। ठांगधार में कैंप संचालक अमित विरमानी कहते हैं कि मार्च के बाद स्कूल ग्रुप और पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इन सभी कैंप साइट में स्थानीय युवा ही काम करते हैं ऐसे में उन्हें रोजगार के लिए भी बाहर नहीं जाना पड़ रहा है।
साहसिक खेलों का भी ले रहे लुत्फ
कैं¨पग के दौरान संचालक यहां पर पर्यटकों को साहसिक खेलों का प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। इसमें रॉक क्लाइ¨मग, रैप¨लग, रीवर क्रा¨सग, स्काई ब्रिज, माउंटेन बाइ¨कग और जंगल सफारी की सुविधा दी जा रही है। साहसिक खेल विशेषज्ञ शरद उनियाल ने बताया कि अब पर्यटक सैर के साथ साहसिक खेलों में भी दिलचस्पी ले रहे हैं। यही कारण हैं कि पर्यटक जब घूमने आते हैं तो वह साहसिक खेलों के प्रशिक्षण का पैकेज भी ले रहे हैं। इससे यहां के स्थानीय युवाओं को भी इस क्षेत्र में बढ़ने का मौका मिल रहा है।
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पहले होटल का क्रेज ज्यादा था लेकिन अब मैदानी क्षेत्र के पर्यटक कैंप साइट में रहना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। कैंप में रहना एक नया अनुभव होता है और सुविधाएं भी होटल जैसी मिलती हैं। इससे स्थानीय युवाओं को भी रोजगार मिल रहा है।
एसएस राणा, जिला पर्यटन अधिकारी, टिहरी गढ़वाल