दूषित पानी पीने को मजबूर हुए ग्रामीण
जागरण प्रतिनिधि, कीर्तिनगर : प्रखंड के कई क्षेत्रों में जहां दैवीय आपदा से पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हैं, वहीं विभागीय लापरवाही का खामियाजा लोगों को दूषित जल पीकर भुगतना पड़ रहा है। पेयजल मंत्री के गृह क्षेत्र में जब यह हाल है तो अन्य जगहों पर क्या स्थिति होगी, अंदाजा लगाया जा सकता है।
विगत दस दिनों से भी अधिक समय से प्रखंड के चौरास क्षेत्र के ग्राम सभा मड़ी, मंगसू, नौर, थापली, नैथाणा व रानीहाट क्षेत्र में पेयजल संकट बना हुआ है। ग्रामीणों ने समस्या को लेकर एसडीएम कार्यालय तक का घेराव किया, जिसके बाद विभाग ने तीन टैंकरों की व्यवस्था की, जो नाकाफी साबित हुई। स्थानीय जनता का आरोप है कि चौरास क्षेत्र में आए दिन पंपों व विद्युत की खराबी के कारण क्षेत्रीय जनता के सम्मुख पेयजल की समस्या बनी रहती है। दूसरी ओर प्रखंड के बडियारगढ़ क्षेत्र में विगत दिनों आई आपदा से कई गांवों की पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे गांवों में पेयजल संकट बना हुआ है। पूर्व ब्लॉक प्रमुख बिजयंत सिंह निजवाला ने कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं की गई तो विभाग व शासन प्रशासन के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाएगा।
जल्द सुचारू होगी आपूर्ति
जल संस्थान के अधिशासी अभियंता आरएलएस बिष्ट का कहना है कि चौरास क्षेत्र की पेयजल योजना को सुचारू करने का कार्य त्वरित गति से चल रहा है। क्षेत्र में वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर फिलहाल तीन टैंकर लगाए गए हैं।
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