राजकीय पीजी महाविद्यालय में चुनावी सरगर्मियां तेज
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। महाविद
संवाद सहयोगी, नई टिहरी:
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। महाविद्यालय में दो सितंबर को चुनाव होंगे। इस बार एबीवीपी, सत्यमेव जयते सहित निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में हैं। सभी अपने-अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं।
स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में इस बार एबीवीपी, सत्यमेव जयते अध्यक्ष सहित विभिन्न पदों पर प्रत्याशी उतारे हैं जबकि एनएसयूआई ने संगठन से नहीं बल्कि समर्थित प्रत्याशी मैदान में उतारा है। महाविद्यालय में पिछले पांच सालों में छात्रसंघ चुनाव की स्थिति कि यदि बात की जाए वर्ष 2011-12 में एबीवीपी, 2012-13 में सत्यमेव जयते, वर्ष 2013-14 में सत्यमेव जयते, वर्ष 14-15 में आर्यन गु्रप व वर्ष 2015-16 में सत्यमेव जयते संगठन के प्रत्याशी अध्यक्ष सहित अन्य पदों पर चुने गए। सत्यमेव जयते ने प्रमुख पदों पर बाजी मारी पिछले दो साल की यदि बात की जाए तो प्रमुख संगठनों को पछाड़ कर सत्यमेव जयते ने कई महत्वपूर्ण पदों पर जीत दर्ज की। इस बार भी एबीवीपी व सत्यमेव जयते संगठन चुनाव मैदान में है। इन संगठनों ने प्रचार में पूरी ताकत लगा दी है। क्योंकि चुनाव के लिए समय भी अब काफी कम बचा है। इसलिए प्रचार ने भी जोर पकड़ लिया है। सत्यमेव जयते पूर्व विवि प्रतिनिधि दौलत रावत का कहना है कि महाविद्यालय को पीजी का दर्जा तो दिया गया है लेकिन संसाधन नहीं है। इसके लिए संगठन संघर्ष करेगा। सत्यमेव जयते से छात्रसंघ अध्यक्ष प्रकाश राणा का कहना है कि महाविद्यालय में शिक्षकों की कमी बनी हुई है। शिक्षकों की लगातार मांग की जा रही है। आगे भी संगठन की यह मांग जारी रहेगी। एबीवीपी के संदीप भट्ट का कहना है कि कॉलेज में लाइब्रेरी की अच्छा सुविधा मिलनी चाहिए जिससे छात्रों को इसका लाभ मिलेगा। संगठन लंबे समय से इसकी मांग कर रहा है।