स्वरोजगार कार्यक्रमों की समीक्षा की जाए: सीडीओ
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई ने स्टेट बैंक, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण सं
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई ने स्टेट बैंक, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के तहत रोजगार कार्यक्रमों की समीक्षा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत युवाओं को किस तरह के स्वरोजगार के कार्य दिए गए हैं, उसका प्रस्तुतिकरण भी किया जाए। वहीं बीडीसी बैठकों में भी इसे अनिवार्य रुप से शामिल किया जाए।
मंगलवार को विकास भवन में आयोजित बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि आरसेटी के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत युवाओं को उसका लाभ हुआ भी है या नहीं हुआ। इसकी समीक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम के लिए प्रशिक्षण दिया जाए ताकि युवा स्वयं तथा दूसरे व्यक्ति को रोजगार से जोड़ सके। बीडीसी बैठकों में भी आरसेटी के तहत दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी जाए। बैठक में भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक नरेंद्र सिंह रावत ने कहा की आरसेटी केवल प्रशिक्षण देने तक ही सीमित नहीं रहे बल्कि विभिन्न बैंकों के माध्यम से बैंक ऋण की सुविधा दिलाकर युवाओं को स्वावलंबी बनाए। इसके लिए बीच - बीच में बेहतर स्वरोजगार केंद्रों में युवाओं का भ्रमण भी कराया जाए। आरसेटी के निदेशक सूर्यप्रकाश ने कहा कि वर्ष 2015-16 में 171 बीपीएल प्रशिक्षणार्थियों को यूकेएसआरएलएम के माध्यम से 2 लाख 33 हजार प्रतिपूर्ति दी जानी है इन प्रशिक्षणार्थियों में से 184 लोगों ने स्वरोजगार स्थापित किया है। इस अवसर पर परियोजना निदेशक डीआरडीए शरद चंद्र भट्ट, नावार्ड के उप महाप्रबंधक कृष्णा सिंह, लीड बैंक अधिकारी एसएस राणा आदि मौजूद थे।