पंचायत प्रतिनिधियों ने दिया कलक्ट्रेट पर धरना
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: उत्तराखंड में जिला पंचायत एवं क्षेत्र पंचायतों को पूर्व की भांति 14 वें वित्
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: उत्तराखंड में जिला पंचायत एवं क्षेत्र पंचायतों को पूर्व की भांति 14 वें वित्त व जनपद टिहरी, चमोली व चंपावत को पिछड़ा क्षेत्र विकास निधि की धनराशि को यथावत रखने को लेकर प्रमुख, जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने कलक्ट्रेट परिसर में धरना दिया है।
मंगलवार को कलक्ट्रेट में धरने पर बैठे प्रतिनिधियों का कहना था कि एक वर्ष के भीतर राज्य में पहली बार केंद्र से मिलने वाली 14 वें वित्त की धनराशि क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायतों में बंद करने का निर्णय लिया जा रहा है, जबकि पिछड़ा क्षेत्र विकास निधि बंद कर दी गई है। दोनों केंद्रीय अनुदान बंद होने से क्षेत्र एवं जिला पंचायत वार्षिक योजनाएं नहीं बन पा रही है। इस कारण विकास कार्य बाधित हो रहे हैं। उनका कहना है कि त्रिस्तरीय पंचायत राज संस्थाओं की केंद्र एवं राज्य सरकार कल्याणकारी कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाने में अहम भूमिका होती है,लेकिन उन्हें विकास के लिए अनुदान नहीं मिलेगा तो इसकी स्थिति कमजोर हो जाएगी। उन्होंने मांग की है कि चौदहवें वित्त की धनराशि ग्राम पंचायतों की भांति क्षेत्र पंचायत एवं जिला पंचायतों को पूर्व की भांति निरंतर दी जाए, जनपद टिहरी, चमोली व चंपावत में चलाई जा रही पिछड़ा क्षेत्र विकास निधि यथावत रखा जाए। धरना देने वालों में प्रमुख भिलंगना विजय गुनसोला, प्रमुख जाखणीधार बेबी असवाल, मुरारी लाल खंडवाल, कुलदीप पंवार, उत्तम भंडारी, आनंद रावत, बीना सजवाण, रागिनी भट्ट, पूरब सिंह पंवार, केदार बत्र्वाल, विजयलक्ष्मी नौटियाल, ममता कंडारी, सरोजनी देवी, शांति शाह, सरिता थलवाल, अर्चना पुंडीर, प्यार सिंह नेगी, ओमप्रकाश भट्ट, मदन सिंह राणा आदि शामिल रहे।