पारंपरिक पकवानों को बढ़ावा देने पर जोर
संवाद सहयोगी, चम्बा : 'उत्तराखंड में खान-पान की संस्कृति' पुस्तक का विमोचन पर्यटन व संस्कृति मंत्री
संवाद सहयोगी, चम्बा : 'उत्तराखंड में खान-पान की संस्कृति' पुस्तक का विमोचन पर्यटन व संस्कृति मंत्री दिनेश धनै और प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों को भी सम्मानित किया गया।
गुरुवार को प्रखंड के नागणी में पर्यावरणविद व बीज बचाओ आंदोलन के संयोजक विजय जड़धारी की ओर से लिखित उत्तराखंड में खान-पान की संस्कृति पुस्तक का विमोचन समारोह संपन्न हुआ। पुस्तक का विमोचन पर्यटन व संस्कृति मंत्री दिनेश धनै व प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पहाड़ में खान-पान की संस्कृति बहुत ही समृद्ध रही है, लेकिन आधुनिक खान-पान के कारण कई प्रकार के पारंपरिक पकवान थाली से गायब होते जा रहे हैं। खासकर युवा पीढ़ी को इसकी जानकारी नहीं है। इसलिए यह पुस्तक युवा पीढ़ी को जानकारी देने में कारगर सिद्ध होगी। इस मौके पर पुस्तक के लेखक विजय जड़धारी ने कहा कि पहाड़ का पारंपरिक खान-पान हमारे स्वास्थ्य के अनुकूल रहा है। यहां अनाज भोजन के साथ ही दवा का काम भी करते हैं। पारंपरिक खान-पान का अधिक उपयोग में लाया जाए इसलिए पुस्तक लिखी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार को भी इस दिशा में कार्य करने की जरूरत है। इस अवसर पर लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने कई गीत व कविताएं प्रस्तुत कर लोगों का स्वस्थ मनोरंजन किया। कार्यक्रम में नरेन्द्र सिंह नेगी के अलावा सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली सुंदेशा बहिन, बचनी देवी, गड्डू देवी, भरत सिंह जड़धारी, अतुल शर्मा आदि को शाल व स्मृति चिह्न देकर बीज बचाओ आंदोलन समूह की ओर से सम्मानित किया गया। इस मौके पर पर्यावरणविद धूम सिंह नेगी, ब्लॉक प्रमुख आनंदी नेगी, कवि सोमवारी लाल सकलानी, उत्तम सिंह जड़धारी, प्रधान पदम गुसाईं, उषा नेगी, विनोद सिंह आदि मौजूद थे।