अस्पताल में ताला, सड़क पर प्रसव
लाखी सिंह रावत, लंबगांव पहाड़ों में स्वास्थ्य सुविधाओं का दावा करने वाली सरकार को यह खबर आईना दिखा
लाखी सिंह रावत, लंबगांव
पहाड़ों में स्वास्थ्य सुविधाओं का दावा करने वाली सरकार को यह खबर आईना दिखाने वाली है। टिहरी जिले के लंबगांव स्वास्थ्य केंद्र में न चिकित्सक था और न ही अन्य स्टाफ, फलस्वरूप एक महिला ने अस्पताल के बाहर सड़क पर शिशु को जन्म दे दिया। हैरत यह है कि इस स्वास्थ्य केंद्र में एक चिकित्सक व एक आयुर्वेदिक चिकित्सक समेत आठ लोगों का स्टाफ तैनात है। टिहरी के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर ने बताया कि केंद्र मेंचिकित्सक छुट्टी पर थे, लेकिन आयुर्वेदिक चिकित्सक और अन्य स्टाफ वहां क्यों नहीं था, इसकी जांच कराई जाएगी। गौरतलब है कि इससे पहले उत्तरकाशी के जिला अस्पताल में वक्त पर आक्सीजन सिलेंडर न मिलने से एक व्यक्ति की मौत पर जमकर हंगामा हुआ था।
घटना शनिवार दोपहर की है। पट्टी उपली रमोली के दीनगांव निवासी सीता देवी पत्नी पत्ती लाल को प्रसव पीड़ा होने पर 108 सेवा से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लंबगांव लाया गया। सीता के ससुर शांति लाल ने बताया कि एंबुलेंस से उतर वह अस्पताल पहुंचे तो वहां ताला लगा हुआ था। वहां मौजूद सफाई कर्मी ने बताया कि यहां कोई नहीं है। इस बीच सड़क पर ही बहू का प्रसव हो गया। साथ आई दो महिलाओं ने किसी तरह प्रसव कराया। इसके बाद परिजन 108 सेवा से ही महिला को लेकर प्रतापनगर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। ससुर शांति लाल का आरोप है कि यहां भी चिकित्सक मौजूद नहीं थे। स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद नर्स ने महिला को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी। भगवान का शुक्रिया अदा करते हुए शांति लाल बोले 'यह तो ईश्वर की कृपा है वरना डॉक्टर के भरोसे रहते तो जाने क्या हो जाता।'
खासबात यह है लंबगांव स्वास्थ्य केंद्र में आठ लोगों का स्टाफ तैनात है। इसमें एक चिकित्सक और आयुर्वेदिक चिकित्सक के अलावा एक नर्स, एक एएनएम, एक फार्मासिस्ट, एक वार्ड ब्वाय, एक सुपरवाइजर और एक सफाई कर्मी शामिल है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अर्जुन सिंह सेंगर ने मामला गंभीर है। प्रतापनगर स्वास्थ्य केंद्र में भी चिकित्सक न मिलने की जांच कराई जाएगी।