चार श्रमिक मलबे मे दफन
संवाद सूत्र, कीर्तिनगर: कीर्तिनगर ब्लॉक के मलेथा गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग के पास एक होटल की बुनिय
संवाद सूत्र, कीर्तिनगर: कीर्तिनगर ब्लॉक के मलेथा गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग के पास एक होटल की बुनियाद खोदते वक्त मलबा आने से चार श्रमिक जिंदा दफन हो गए। वहां उस वक्त दस श्रमिक काम कर रहे थे। प्रशासन ने मलबे में दबे श्रमिकों को जेसीबी के जरिए बाहर निकाला, लेकिन तब तक चारों दम तोड़ चुके थे। सभी झारखंड के दुमका जिले के रहने वाले हैं। मृतकों में से एक के भाई ने ठेकेदार और होटल मालिक के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।
मंगलवार दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे अचानक मिंट्टी और पत्थर का 20 मीटर लंबा व 15 फीट ऊंचा टीला काम में जुटे श्रमिकों पर गिरा। इससे वहां अफरा तफरी मच गई। देखते ही देखते चार श्रमिक मलबे में दब गए, छह ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। चीख-पुकार सुनकर आसपास के व्यापारी वहां पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर एसडीएम दीपेंद्र नेगी व कोतवाली प्रभारी अव्वल सिंह रावत मौके पर पहुंचे। घटनास्थल के निकट काम में जुटी जेसीबी की मदद से मलबा हटाने का काम शुरू किया गया। एक घंटे बाद मलबे में दबे दो शव बाहर निकाला गया, जबकि अन्य दो शवों को बाहर निकालने में तीन बज गए। मृतकों की पहचान शंकर राय (30) पुत्र तेलू राय, प्रमोद दर्वे (25) पुत्र सूरजू दर्वे, विजय राउत (40) पुत्र टुमन राउत, केशव दर्वे (30) हुरू दर्वे, (सभी निवासी ग्राम फुलजोरा, थाना रामगढ़, जिला दुमका झारखंड) के रूप में की गई।
स्थानीय लोगों के मुताबिक श्रमिक पिछले दो माह से यहां काम कर रहे थे। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतकों के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। मृतक प्रमोद दर्वे के भाई बैजनाथ ने होटल मालिक व ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।