टीएचडीसी के एजीएम को सात घंटे बनाया बंधक
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: कोटी कॉलोनी स्थित मकानों को तोड़ने गए टिहरी जल विकास निगम (टीएचडीसी) के
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: कोटी कॉलोनी स्थित मकानों को तोड़ने गए टिहरी जल विकास निगम (टीएचडीसी) के अधिकारियों को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध में व्यापारी और नागरिक सड़कों पर उतर आए। लोगों ने कॉलोनी तोड़ने आए टीएचडीसी के एजीएम को सात घंटे से ज्यादा समय तक बंधक बनाए रखा। व्यापारियों का कहना था कि टीएचडीसी बिना पूर्व सूचना के कॉलोनी के मकानों को तोड़ रहा है। व्यापारी अपने घरों को नहीं टूटने देंगे। एजीएम को करीब शाम छह बजे तब रिहा किया जब उन्होंने लिखित आश्वासन दिया कि किसी भी कार्रवाई में स्थानीय हितों को ध्यान रखा जाएगा।
टीएचडीसी पिछले काफी समय से कोटी में कॉलोनियों को ध्वस्त कर रहा है। इसी अभियान के तहत बुधवार को टीएचडीसी के एजीएम केएन जोशी के नेतृत्व में ध्वस्तीकरण को टीम कोटी कॉलोनी पहुंची, लेकिन टीम को स्थानीय लोगों और व्यापारियों के विरोध का सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों का आरोप है कि टीएचडीसी के अधिकारियों ने महिलाओं और अन्य लोगों के साथ अभद्रता की। इसके बाद स्थानीय लोग सुबह 11 बजे धरने पर बैठ गए। साथ ही उन्होंने सहायक महाप्रबंधक केएन जोशी को भी अपने साथ जबरन धरने पर बैठा दिया।
स्थानीय लोगों ने एजीएम को शाम तक धरनास्थल पर एक कुर्सी में बैठाए रखा। दोपहर को सीआइएसएफ के जवान भी एजीएम को छुड़ाने के लिए आए, लेकिन स्थानीय लोगों की मांग थी कि टीएचडीसी लिखकर दे कि कॉलोनी से लोगों को नहीं निकाला जाएगा और कॉलोनी खाली नहीं की जाएगी।
इस दौरान टीएचडीसी की सूचना पर कोटी कॉलोनी चौकी पुलिस भी मौके पर पहुंची। चौकी प्रभारी सतीश चंदोला के समझाने के बावजूद स्थानीय लोगों ने एजीएम को जाने नहीं दिया। शाम को लिखित आश्वासन के बाद ही उन्हें छोड़ा गया। धरना प्रदर्शन करने वालों में व्यापार मंडल अध्यक्ष कुलदीप पंवार, गोपाल रतूड़ी, शांति भट्ट, विनोद नेगी, आशीष रावत, दीपक थपलियाल, मुन्ना जोशी आदि शामिल रहे।
'हम पिछले काफी समय से स्थानीय लोगों के लिए स्थाई आवास की मांग कर रहे हैं, लेकिन टीएचडीसी के अधिकारी नहीं सुन रहे।'
कुलदीप पंवार, कनिष्ठ प्रमुख, थौलधार और व्यापार मंडल अध्यक्ष कोटी कॉलोनी
'कुछ लोग गैरकानूनी रुप से कॉलोनी में रह रहे हैं। जो भी कार्रवाई होगी, जनता के हितों को ध्यान में रखकर की जाएगी'
आरएस मेहरोत्रा, महाप्रबंधक, टीएचडीसी
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