पांचों क्रशर बंद करने पर अड़े ग्रामीण
संवाद सूत्र, कीर्तिनगर: मलेथा में स्टोन क्रशर के विरोध में ग्रामीणों ने संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया है। हालांकि मुख्यमंत्री ने मलेथा में चल रहे चार स्टोन क्रशर और खनन कार्य बंद करने के आदेश जारी किए हैं पर ग्रामीण आंदोलन समाप्त करने के मूड में नहीं हैं। आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक पांचवा क्रशर बंद नहीं होता और आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती तबतक आंदोलन खत्म नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस मुद्दे पर सोमवार को महापंचायत बुलाई है।
कीर्तिनगर ब्लॉक के मलेथा में स्टोन क्रशर चलने के विरोध में ग्रामीण पिछले 40 दिन से आंदोलन कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि स्टोन क्रशर चलने से मलेथा के एतिहासिक सेरा और पूरा क्षेत्र प्रदूषित हो जाएगा। इस मामले में ग्रामीणों ने 25 सितंबर से क्रमिक उपवास करने की घोषणा की थी। शनिवार को मुख्यमंत्री ने मलेथा में चार स्टोन क्रशर बंद करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए। इसके बाद जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने कीर्तिनगर एसडीएम को स्टोन क्रशर बंद कराने के निर्देश दिए। ग्रामीणों का कहना है कि चार नहीं पांच स्टोन क्रशर बंद होने चाहिए। प्रधान शूरवीर बिष्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अभी चार क्रशर बंद करने के लिए कहा है, लेकिन चौपड़िया में चल रहा पांचवा क्रशर भी बंद होना चाहिए। आंदोलनकारी सत्यनारायण सेमवाल ने कहा कि अभी आंदोलन जारी रहेगा। सोमवार को फिर से महापंचायत बुलाई गई है। क्रशर को एनओसी देने में आरोपी अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। तभी आंदोलन बंद किया जाएगा। धरना स्थल पर दलपत राम तिवाड़ी, देवसिंह नेगी, रघुवीर सिंह नेगी, राजेंद्र राणा, भूपत सिंह राणा, अरविंद राणा आदि मौजूद रहे।
नहीं आया कोई अधिकारी
मुख्यमंत्री के क्रशर बंद करने के आदेश लेकर कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। एसडीएम और तहसीलदार का लोग इंतजार करते रहे, लेकिन कोई नहीं आया।
'चार स्टोन क्रशर बंद करने के लिए मुख्यमंत्री की तरफ से आदेश जारी कर दिए गए हैं।
युगल किशोर पंत, जिलाधिकारी, टिहरी गढ़वाल