ग्राीमणों ने मंत्री के प्रतिनिधि को लौटाया
संवाद सूत्र,कीर्तिनगर: मलेथा में स्टोन क्रशर के विरोध में बैठे ग्रामीणों ने पेयजल मंत्री व स्थानीय विधायक मंत्री प्रसाद नैथानी के प्रतिनिधियों को उल्टे पांव वापस लौटा दिया। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक क्रशर को निरस्त करने का लिखित में पत्र नहीं आएगा। तब तक धरना जारी रहेगा। शुक्रवार को गढ़वाल सांसद भुवन चंद्र खंडूड़ी भी धरना स्थल पहुंचे और अपना समर्थन दिया।
शुक्रवार को धरना स्थल पर पहुंचे गढ़वाल सांसद (सेनि.)मेजर जनरल भुवनचंद्र खंडूड़ी ने कहा कि ऐतिहासिक गांव मलेथा में किसी भी दशा में क्रशर नही लगने चाहिए। उन्होंने इस संबंध में धरना स्थल से अपने मोबाईल फोन से जिला अधिकारी से बात कर कहा कि मलेथा में किसी भी दशा में स्टोन क्रशर व खनन नही होना चाहिए। उन्होंने इस मुहिम में ग्रामीणों को सहयोग का आश्वासन दिया है। इस बीच क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश सरकार में शिक्षा एवं पेयजल मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी के संदेश को लेकर पहुंचे विधायक प्रतिनिधि राकेश बिष्ट, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष रघुबीर भंडारी, मोहनानंद डोभाल को लोगों ने वापस लौटा दिया। प्रतिनिधि उस पत्र को लेकर ग्रामीणों के बीच आए थे जिसमें मंत्री प्रसाद नैथानी ने अपने लैटर पैड पर मुख्यमंत्री को मलेथा में स्टोन क्रशर को बंद करवाने के लिए निवेदन किया था। मुख्यमंत्री के द्वारा उसी पत्र में जिला अधिकारी टिहरी को स्टोन बंद करने के लिए रिमार्क किया गया था। ग्रामीणों ने जब इस पत्र को देखा तो उन्होंने साफ कहा कि जब तक स्पष्ट शासनादेश जारी नही हो जाता व उसकी प्रति ग्रामीणों को नही मिल जाती तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। इस मौके पर प्रधान शुरबीर बिष्ट व संघर्ष समिति की अध्यक्षा बिमला देवी ने कहा कि मलेथा में क्रशर बन्द नही बल्कि निरस्त होने चाहिए। साथ ही इस मामले में झूठी रिपोर्ट देने वाले दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही कर उन्हें दंड मिलना चाहिए। इस मौके पर पूर्व प्रमुख मगन सिंह बिष्ट, समाज सेवी अनिल स्वामी, जगदंबा प्रसाद रतूड़ी, सत्यानारायण सेमवाल, देव सिंह नेगी, रघुबीर नेगी, दिनेश भट्ट, विरेंद्र सिंह, सत्येश्वरी देवी आदि ग्रामीण उपस्थित रहे।