जान दे देंगे पर क्रशर नहीं चलने देंगे
संवाद सूत्र कीर्तिनगर: मलेथा में स्टोन क्रशर के विरोध में चल रहे धरने के 37वें दिन ग्राम गोरसाली का महिला मंगल दल भी आंदोलन में शामिल हो गया। महिलाओं ने एक सुर में कहा कि जान दे देंगे लेकिन क्रशर नहीं लगने देंगे।
मलेथा धरना स्थल पर गुरुवार को चौरास पट्टी के ग्राम सभा गोरसाली के महिला मंगल दल के सदस्य भी धरने पर रहे। इस दौरान प्रधान संगठन के अध्यक्ष वासुदेव भट्ट ने कहा कि सभी आंदोलनकारी मलेथा की धरोहर को बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। महिला मंगल दल की अध्यक्षा पूनम भट्ट ने कहा कि क्षेत्र में लगाए जा रहे स्टोन क्रशर से यहां का वातावरण प्रदूषित हो जाएगा। इस मौके पर प्रधान शूरवीर सिंह बिष्ट ने कहा कि मलेथा में लगाए जा रहे क्रशरों के लिए किए गए सर्वेक्षण धरातल पर नही किए गए। उन्होंने झूठी रिपोर्ट बनाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। कार्यक्रम का संचालन कर रहे सत्यनाराण सेमवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को क्रशर न लगाने का आश्वासन दिया था। पर अब आश्वासन के बावजूद कार्रवाई नहीं हो पाई है। कहा कि जब तक ग्रामीणों को लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर संघर्ष समिति की अध्यक्षा बिमला देवी ने कहा कि ग्रामीण महिलाए विगत एक माह से अपना काम छोड़ धरने पर बैठी हैं किन्तु शासन उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं। समाजसेवी ओमकार दास, गढ़वाल विश्व विद्यालय शोध केंद्र के नोडल अधिकारी अरविंद दरमोड़ा, मीर रतूड़ी, समाजसेवी भवानी देवी, पूर्व प्रमुख देवप्रयाग मगन सिंह बिष्ट, महिला मंगलदल गोरसाली की अध्यक्ष पूनम भट्ट, ज्योति, देवेश्वरी, मनोरमा, रीना, सीमा, सुशीला, सोमवती, विजय मोहन, सहित मलेथा के ग्रामीण मौजूद थे।