बच्ची से दुष्कर्म पर सीएम ने तलब की रिपोर्ट
संवाद सहयोगी, नई टिहरी:
केदारनाथ आपदा में बिछुड़ी सवा साल से दर-दर भटक रही मासूम को हवश का शिकार बनाने के मामले में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने डीजीपी से रिपोर्ट तलब की है। इस बीच, आरोपी कबाड़ी को वीरवार को गिरफ्तार कर लिया गया। अदालत में पेशी के बाद उसे चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। अदालत में पीडि़त बच्ची के बयान भी दर्ज किए गए। कोर्ट ने बच्ची को देहरादून स्थित नारी निकेतन भेजने के निर्देश दिए हैं। उधर, रुद्रप्रयाग से नई टिहरी पहुंची पुलिस टीम ने भी उससे पूछताछ कर जानकारी जुटाई। फिलहाल ऐसी कोई नई जानकारी पुलिस को नहीं मिली, जिससे उसके परिजनों को तलाशने की राह आसान हो पाए। डीजीपी बीएस सिद्धू का कहना है कि बच्ची से मिली जानकारी के साथ ही उसकी बोली भाषा से भी उसे घर और परिजनों के बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
केदारनाथ आपदा के बाद से अभी तक हरिद्वार, मेरठ और टिहरी में भटकने वाली दस साल की बच्ची दो रोज पहले चंबा में लावारिस मिली थी। पूछताछ में उसने टिहरी की कोटी कालोनी में रह रहे एक कबाड़ी के उसके साथ दुष्कर्म करने की बात पता चली। इस पर पुलिस ने वीरवार को जिला चिकित्सालय में बच्ची का मेडिकल कराया, जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि हुई।
मेडिकल रिपोर्ट और बच्ची के बयानों के आधार पर पुलिस ने मनीराम के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया, वीरवार दोपहर भागीरथीपुरम स्थित खांडखाले से गिरफ्तार कर लिया। जिला अस्पताल में मेडिकल कराने के बाद पुलिस ने आरोपी को जिला न्यायालय में पेश किया। अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। वहीं, अदालत में पीड़ित बच्ची के बयान भी दर्ज किए गए।
पूर्वाहन रुद्रप्रयाग जिले से पुलिस की एक टीम भी नई टिहरी पहुंची। टीम में शामिल दरोगा और महिला कांस्टेबिल ने बच्ची से पूछताछ कर जानकारी जुटाई। हालांकि उन्होंने बताया कि बच्ची से कोई नई जानकारी नहीं मिली है। टिहरी के पुलिस अधीक्षक मुख्तार मोहसिन का कहना है कि बच्ची ने अभी तक जो कुछ भी बताया, उससे परिजनों और निवास स्थान के बारे में स्पष्ट कुछ नहीं हो पा रहा है। विभिन्न माध्यमों से इस बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। कोर्ट के आदेश पर बच्ची को देहरादून स्थित नारी निकेतन भेजा जा रहा है।
रुद्रप्रयाग के एसपी बीजे सिंह ने बताया कि नई टिहरी भेजी गई पुलिस टीम फिलहाल बच्ची से जानकारी जुटा रही है, जरूरत पड़ने पर उसे केदारघाटी के कुछ संभावित स्थानों पर ले जाया जाएगा। शायद जगह देखकर उसे कुछ याद आ जाए।
दूसरी ओर, बच्ची के मिलने से मेडिकल तक साथ ही नई टिहरी की बाल कल्याण समिति की सचिव मिश्रा राणा का कहना है कि उनका काम बच्ची को संरक्षण दिलवाना था, यह उन्होंने करवाया। अब उसे देहरादून भेजा जा रहा है। संस्था के पदाधिकारी समय-समय पर वहां जाकर उसका हाल जानेंगे। उसके परिजनों के बारे में कहीं से कोई सूचना मिलती है तो उन्हें तलाशने में भी संस्था मदद करेगी।