बढ़ी ग्रामीणों की मुश्किलें
संवाद सहयोगी, चम्बा: हेंवलनदी के दूसरी ओर बसे ग्रामीणों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। नदी में बने पुलों के बहने से ग्रामीण अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं। पुल के अभाव में वे इधर-उधर नही जा पा रहे हैं।
हेंवलनदी नदी में बने आधा दर्जन पुल बह जाने से दूसरी ओर बसे ग्रामीणों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि वे अपने घरों में ही कैद होकर रह गये है। सिल्लासौड़ गांव को जोड़ने वाले दोनों पुल बहने से ग्रामीण दूसरी ओर नही जा पा रहे हैं। इस गांव में करीब बीस परिवार है जो समस्या से जूझ रहे हैं। यही स्थिति तिमली सेरा की है यहां आठ परिवार रहते है। ग्रामीण सामने सड़क को देख तो सकते हैं लेकिन वहां जा नही सकते है। बिडोन के सामने भी पांच परिवार रहते हैं। वे भी दूसरी ओर फंसे हैं। शुक्रवार से ग्रामीण घर से बाहर नही जा पाये हैं। वे नदी का पानी कम होने का इंतजार कर रहे हैं। ग्रामीण रस्सी के सहारे जरूरी सामान दूसरी ओर पहुंचा रहे है। कई जगहों पर ग्रामीण जान जोखिम में डालकर रस्सी बांधकर नदी पार भी कर रहे हैं। ग्रामीण मकान सिंह, बेताल सिंह, भीम सिंह, मोहन सिंह, धन सिंह आदि का कहना है कि नदी का पानी कम नही हुआ तो मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। उन्होंने प्रशासन से वैकल्पिक पुल बनाने की मांग की है।