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आपदा के बाद पानी को तरसे ग्रामीण

By Edited By: Published: Mon, 11 Aug 2014 04:28 PM (IST)Updated: Mon, 11 Aug 2014 04:28 PM (IST)
आपदा के बाद पानी को तरसे ग्रामीण

जागरण संवाददाता, नई टिहरी: भारी बारिश ने पहले लोगों के घर उजाड़े और अब ग्रामीण बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। भिलंगना ब्लॉक में आई आपदा के चलते छह से ज्यादा गांवों में पेयजल लाइनें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं। वहीं जल संस्थान कह रहा है कि वैकल्पिक व्यवस्था कर दी गई है।

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बीती 31 जुलाई को भिलंगना ब्लॉक में हुई मूसलाधार बारिश और बादल फटने से जान माल का नुकसान हुआ। नौताड़ तोक में तो पांच लोग जिंदा दफन हो गए और एक व्यक्ति अभी तक नहीं मिल सका है। बादल फटने से क्षेत्र में छह से ज्यादा गांवों में पेयजल आपूर्ति भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। नौताड़ में जल संस्थान ने वैकल्पिक व्यवस्था की लेकिन रुइंस, जखन्याली, आनंद विहार, अगुंडा, पिंसवाड़ और मरवाड़ी में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है।

वहीं जल संस्थान दावा कर रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। अगुंडा गांव निवासी धर्म सिंह राणा ने बताया कि लाइनें कई दिन से टूटी पड़ी हैं लेकिन निगम कोई मदद नहीं कर रहा।

वैकल्पिक व्यवस्था व हैंडपंप के जरिये पानी दिया जा रहा है। टूटी लाइनों को जल्द सही कर दिया जाएगा।

पीएस पंवार, अधिशासी अभियंता, जल संस्थान

पानी न आने पर होगा आंदोलन

घनसाली: प्रखंड के मुख्य बाजार घनसाली, सेमली, हनुमान मंदिर व नया बस अड्डा के आस पास के कस्बों मे विगत दो सप्ताह से पानी के लिए हा-हाकार मचा हुआ है। पेयजल लाइन में पानी न आने के कारण लोगों को हैंडपंप पर घंटों लाइन के बाद एक बर्तन पानी नसीब हो रहा है। ग्रामीण गोविंद प्रसाद बडोनी, ध्यान सिंह पंवार, पदम सिंह, किशोरी लाल,आदि लोगों का कहना है कि विभाग को कई बार अवगत कराया गया है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने उपजिला अधिकारी के कार्यालय मे ज्ञापन देकर दो दिनों के भीतर व्यवस्था ठीक न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।


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