टिहरी में नहीं है एक भी रेडियोलाजिस्ट
संवाद सहयोगी, नई टिहरी : जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले में एक भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं है जिस कारण मरीजों की जांच नहीं हो पाती है। मजबूरी में लोगों को निजी अस्पतालों में एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ता है।
जिले में रेडियोलॉजिस्ट के आठ पर स्वीकृत हैं जिनमें सीएचसी बेलेश्वर, कीर्तिनगर, हिंडोलाखाल, देवप्रयाग, कीर्तिनगर, बेलेश्वर व थत्यूड़, सामुदायिक केन्द्र नरेन्द्रनगर, सचल चिकित्सा आदि में एक-एक रेडियोलॉजिस्ट का पद स्वीकृत है, लेकिन इनमें से एक में भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं हैं। रेडियोलॉजिस्ट न होने के कारण मशीनें भी धूल फांक रही है। रेडियोलॉजिस्ट रोगियों की जांच कर अपनी रिपोर्ट तैयार करता है लेकिन रेडियोलॉजिस्ट न होने से कुछ जगहों पर लैब असिस्टेंट ही एक्स-रे करते हैं, लेकिन इसकी रिपोर्ट फिर चिकित्सकों को तैयार करनी पड़ती है। रेडियॉलाजिस्ट न होने के कारण रोगियों की जांच में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मजबूरी में लोगों को निजी अस्पतालों की शरण लेनी पड़ती है। अस्पताल में जहां एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड काफी सस्ता पड़ता है वहीं निजी अस्पतालों में यह काफी महंगा होता है। बाहर से एक्स-रे में करीब सौ रुपये अतिरिक्त देने पड़ते हैं। खासकर गरीब लोगों के लिए यह काफी महंगा पड़ता है। जिले में रेडियोलॉजिस्ट न होने के कारण ग्रामीणों को जांच के लिए अन्यत्र जाना पड़ता है। वहीं अस्पतालों में रखी मशीन भी धूल फांक रही है।
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चिकित्सकों व अन्य कर्मचारियों से कमी के संबंध में विभाग की ओर से समय-समय पर रिपोर्ट शासन को भेजी जाती है।
एस पी अग्रवाल, सीएमओ नई टिहरी।