विभागों पर उर्जा निगम मेहरबान
रघुभाई जड़धारी, चंबा:
ऊर्जा निगम की कार्य प्रणाली भी अजब है। विद्युत बिलों की अदायगी को लेकर आम उपभोक्ताओं के साथ तो सख्ती बरती जा रही हैं, लेकिन सरकारी विभागों पर लाखों की देनदारी के बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है।
आम उपभोक्ताओं की बात करें तो निगम ने उन्हें हजार-दो हजार रुपये के बिल के लिए नोटिस जारी कर कनेक्शन समाप्त करने की चेतावनी दी है। निगम कर्मियों ने गांव-गांव जाकर वसूली भी की, लेकिन दूसरी ओर सरकारी विभागों पर निगम मेहरबान बना हुआ है। लाखों रुपये के बकाए वाले विभागों के खिलाफ अभी तक निगम ने कार्रवाई नहीं की। जिले में 13 विभाग तो ऐसे हैं जिन पर निगम का एक लाख से अधिक का बकाया है। इतनी बड़ी देनदारी वाले विभागों पर कार्रवाई के नाम पर निगम मौन है। उपभोक्ता विक्रम सिंह, घुस्सा कुमार का कहना है कि निगम ने गलत बिल भेजे हैं। वहीं, वसूली के लिए परेशान भी जा रहा है। निगम को सही रीडिंग लेकर ही बिल भेजने चाहिए।
इन विभागों पर एक लाख रुपये से अधिक की देनदारी
विभाग-देनदारी
उप स्वास्थ्य केंद्र नैनबाग-एक लाख 57 हजार रुपये
उप स्वास्थ्य केंद्र जड़धारगांव-एक लाख 37 हजार रुपये
पटवारी चौकी जौनपुर-एक लाख 31 हजार रुपये
तहसील धनोल्टी-एक लाख चार हजार रुपये
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिलखी-एक लाख 77 हजार रुपये
औषधि संस्थान मुनिकीरेती-एक लाख 32 हजार रुपये
फॉरेस्ट कॉलोनी भागीरथीवृत्त-एक लाख 27 हजार रुपये
मोबाइल टावर कार्यालय मुनिकीरेती-एक लाख 17 हजार रुपये
लोनिवि टिपरी रोपवे-तीन लाख रुपये से अधिक
शिवा स्टोन क्रेशर जीरो प्वांइट-दो लाख 13 हजार रुपये
तहसील जाखणीधार-एक लाख 21 हजार रुपये
पटवारी चौकी छेरपधार-एक लाख 14 हजार रुपये
ग्राम प्रधान रामझूला-एक लाख नौ हजार रुपये
-----------------------
समय पर विद्युत बिलों का भुगतान करना जरूरी है। सरकारी विभाग जिन पर एक लाख से अधिक का बकाया हैं, उन्हें बिल का भुगतान करने के साथ ही कनेक्शन हटाने के नोटिस भी जारी किए गए हैं।
अमित कुमार, अधिशासी अभियंता
ऊर्जा निगम नई टिहरी