परियोजना निर्माण को स्थानीय लोगों को मिले हक
जागरण प्रतिनिधि, नई टिहरी: ग्रामीणों को उनके हक-हकूकों के प्रति जागरूक करने को लेकर उत्तराखंड लोक वाहिनी, चेतना आंदोलन व उत्तराखंड महिला मंच ने संयुक्त रूप ने जनयात्रा शुरू की है। इसके माध्यम से लोगों को बताया जा रहा है कि प्राकृतिक संसाधनों पर स्थानीय जनता का अधिकार है।
मंगलवार को यात्रा उत्तरकाशी से नई टिहरी पहुंची। यहां सुमन पार्क में हुई बैठक में वक्ताओं ने प्राकृतिक संसाधनों के प्रति लोगों को जागरूक किया। लोक वाहिनी के डॉ. शमशेर सिंह ने कहा कि जंगल, जमीन की लूट के बाद अब पानी की लूट की तैयार की जा रही है। सरकारों ने जंगल पर हमारे अधिकार को छीनकर पूंजीपतियों की जेबों को भरा है। एक ओर तो संविधान के 73 व 74वें संशोधन के बाद प्राकृतिक संसाधनों पर स्थानीय जनता के अधिकार की बात कही जा रही है, दूसरी ओर सरकार इसके विपरीत काम कर रही है। जलनीति 2012 के मुताबिक पानी पर लोगों के अधिकार को छीनकर उस पर मालिकाना हक सरकारों को सौंपने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि पानी पर परियोजना बनाने का हक आस-पास के समुदाय का होना चाहिए। पूरण चंद तिवारी ने कहा कि संसाधनों के अभाव में बड़ी संख्या में लोग पहाड़ से पलायन कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि पानी के निजीकरण के पक्ष में उठाए जाने वाले किसी भी कदम का विरोध करें। बड़ी विद्युत परियोजनाओं को बंद कराने को संघर्ष चलाए, कृषि व अपने छोटे-छोटे काम धंधों के लिए सार्वजनिक पानी का नि:शुल्क प्रयोग करें। इस अवसर पर मनोज त्यागी, चेतना आंदोलन के त्रेपन सिंह चौहान, विजय जड़धारी, साब सिंह सजवाण ने भी अपने विचार रखे।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर