उत्तराखंड: भूस्खलन से मुक्त होगा नया गौरीकुंड हाईवे
अब रुद्रप्रयाग से केदारनाथ को जोड़ने वाले गौरीकुंड हाईवे की तस्वीर बदली नजर आएगी। हाइवे को स्लाइडिंग जोन से मुक्त करने के लिए कई कसबों से बाईपास किया जा रहा है।
रुद्रप्रयाग, [बृजेश भट्ट]: आने वाले समय में रुद्रप्रयाग से केदारनाथ को जोड़ने वाले 76 किलोमीटर लंबे गौरीकुंड (केदारनाथ) हाईवे की तस्वीर पूरी तरह बदली नजर आएगी। हाइवे को स्लाइडिंग जोन से मुक्त करने के लिए कई कसबों से बाईपास किया जा रहा है। साथ ही इसकी चौड़ाई भी 12 मीटर होगी। प्रथम चरण में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने रुद्रप्रयाग से विजयनगर तक हाईवे के 20 किलोमीटर हिस्से के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। इसके लिए 120 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है।
गौरीकुंड हाईवे को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए इसके स्वरूप में कई तरह के बदलाव किए जा रहे हैं। इसके लिए सर्वे कार्य पूरा हो चुका है और अब लोक निर्माण विभाग निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारी में है। प्रथम चरण में हाईवे के 20 किलोमीटर लंबे हिस्से को 12 मीटर चौड़ा करने के साथ ही जवाड़ी बाईपास से होते हुए विजयनगर तक ले जाया जाएगा। बाईपास का निर्माण अगस्त्यमुनि शहर के दूसरी ओर होगा, जो विजयनगर में वर्तमान हाईवे से मिल जाएगा। चंद्रापुरी में भी मुख्य बाजार से ठीक पहले पुल का निर्माण कर हाईवे को दूसरी आगे बढ़ाया जाएगा। लिहाजा, हाईवे चंद्रापुरी कसबे के अंदर से होकर नहीं गुजरेगा।
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इसी तरह गुप्तकाशी के पास सेमी स्लाइडिंग जोन से निजात दिलाने के लिए हाईवे को कुंड से पहले मंदाकिनी नदी के दूसरी ओर काट कर मयाली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग से मिलाया जाएगा। जो गुप्तकाशी में वर्तमान हाईवे से मिल जाएगा। इससे आगे लगभग 36 किलोमीटर तक वर्तमान हाईवे को ही चौड़ा करने की योजना है। फिलहाल फाटा के पास खाट के लिए कोई विकल्प नहीं तलाशा गया है, लेकिन मैखंडा होते हुए इसके निर्माण पर विचार किया जा रहा है। सोनप्रयाग से आगे 750 मीटर लंबे फ्लाईओवर का निर्माण प्रस्तावित है, जो डबल लेन का बनेगा। इस पर 500 करोड़ की लागत आने का अनुमान है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में केदारनाथ की राह निरापद हो जाएगी।
रुद्रप्रयाग में नेशनल हाईवे के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार ने बताया कि रुद्रप्रयाग से विजयनगर तक 20 किलोमीटर हाईवे निर्माण के लिए एक अरब 20 लाख रुपये की स्वीकृति मिल गई है। अब इस पर काम शुरू करने की तैयारी है। सेमी स्लाइडिंग जोन से हटकर हाईवे का निर्माण किया जा रहा है, जो मयाली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग पर मिलेगा। इससे आगे वर्तमान हाईवे को ही डबल लेन बनाया जाएगा।
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