खराब मौसम पर भारी पड़ रही आस्था
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : मौसम विभाग की सख्त चेतावनी व भारी बारिश के बाद भी शिवभक्त केदार बाबा के दर्शनों को आतुर हैं। बारिश को देखते हुए प्रशासन ने यात्रा स्थगित रखी हुई है। यात्रियों को सोनप्रयाग से आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। यहां रुके तकरीबन 120 शिवभक्त पिछले चार दिनों से यात्रा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। भक्तों के मन में बारिश का कोई खौफ नहीं है और वो दर्शन करने के बाद ही घर लौटना चाहते हैं।
देश के विभिन्न प्रदेशों से पहुंचे यात्रियों की भगवान शिव के प्रति श्रद्धा देखते ही बनती है। मौसम विभाग पिछले चार दिनों से भारी बारिश की चेतावनी दे रहा है, लेकिन इसका असर इन पर नहीं दिखाई दे रहा है, उल्टा यात्रा रोके जाने पर वो सरकार को ही कोस रहे हैं। इनको देखकर तो यही लगता है कि बारिश पर भी भक्ति भारी पड़ रही है। कहते हैं कि मन में सच्ची श्रद्धा हो तो, भोले नाथ अपने भक्तों का कष्ट हर लेते हैं। भगवान केदारनाथ के प्रति इनकी श्रद्धा देखते ही बनती है। सोनप्रयाग पहुंच रहे यात्रियों को प्रशासन लगातार सचेत कर रहा है, लेकिन शिवभक्त केदार बाबा के दर्शन करने की जिद पर अड़े हैं। कर्नाटक, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश आदि प्रदेशों से यात्री सोनप्रयाग व सीतापुर में पिछले चार दिनों से ठहरे हुए हैं। बीस जुलाई तक बारिश की संभावना है, सभी यात्री सरकार के यात्रा पर प्रतिबंध हटने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। चित्तुर आंध्रप्रदेश के डॉ. जयदिनेश 15 जुलाई से सीतापुर में स्थित एक होटल में कमरा लेकर रह रहे हैं, साथ में पत्नी व दो बच्चे भी हैं। पूरा परिवार मौसम ठीक होने का इंतजार कर रहा हैं। वह कहते हैं कि यदि प्रशासन उन्हें जाने दे तो वह बारिश में ही केदारनाथ जाने को तैयार हैं। हरियाणा चंडीगढ़ से आए सुशील कालड़ा भी सोनप्रयाग में दो दिन से यात्रा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। वह कहते हैं कि पहली बार दर्शनों को पहुंचे हैं, इसलिए बाबा के दर्शन करने के बाद ही लौटेंगे। चाहे कितना ही इंतजार क्यों न करना पडे़। गुजरात अहमदाबाद के सादू भाई पटेल अपनी पत्नी राधिका बेन के साथ सीतापुर में पिछले दो दिनों से रुके हुए हैं। वह कहते हैं कि मौसम जब भी ठीक होगा बाबा के दर्शन कर ही लौटेंगे। वहीं जिलाधिकारी डॉ. राघव लंगर का कहना है कि जब मौसम ठीक होगा तभी यात्रियों को सोनप्रयाग से आगे जाने की अनुमति दी जाएगी।