गौरीकुंड हाईवे पर हुए 30 करोड़ के कार्यो की होगी जांच
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड हाईवे पर लोनिवि से किए गए निर्माण कार्यो की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। डीएम ने जांच की संस्तुति प्रमुख सचिव लोनिवि को भेजी थी।
आपदा के दौरान रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग तक दीवारों का निर्माण समेत डामरीकरण का कार्य करीब तीस करोड़ की लागत से आपदा मद में किया गया था। इन कार्यो में अनियमितता की शिकायतें आई थी। डीएम ने जांच टीम का गठन कर इसकी जांच भी कराई गई थी, इसमें निर्माण में भारी खाई पाई गई थी। इसको देखते जिलाधिकारी डॉ राघव लंगर ने पूरे हाईवे पर हुए निर्माण कार्यो की जांच के लिए प्रमुख सचिव को अपनी संस्तुति भेजी थी।
डीएम श्री लंगर ने बताया कि इस संबंध में प्रमुख सचिव को पत्र भेजा गया था इस पर तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई है। इसमें दो मुख्य अभियंता व एक बीआरओ का अधिकारी शामिल है। डीएम ने कहा कि किसी भी कीमत पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निर्माण कार्यो का सही रूप से क्रियान्वयन हो इसके लिए लगातार निर्माण कार्यो की मॉनेटरिंग की जा रही है। वह स्वयं स्थलीयय निरीक्षण भी कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा के तहत हो रहे सभी निर्माण कार्यो की गुणवत्ता के लिए संबंधित अधिकारियों को पूर्व में कई बार सचेत किया जा चुका है।