पुल बहने से बढ़ी ग्रामीणों की मुश्किलें
संवाद सूत्र, अगस्त्यमुनि: मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से विजयनगर में लोनिवि की ओर से बनाए गए फोल्डि
संवाद सूत्र, अगस्त्यमुनि: मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से विजयनगर में लोनिवि की ओर से बनाए गए फोल्डिंग पुल के दोनों पिल्लर क्षतिग्रस्त हो गए है। वहीं मोटरचालित ट्राली से भी नियमित आवाजाही न होने से एक दर्जन से अधिक गांवों की मुसीबतें बढ़ गई। अब पूरे बरसात में उन्हें ट्राली पर ही झूलना पडे़गा।
गत रात्रि को हुई तेज बारिश व पिछले कुछ समय से लगातार ऊपरी क्षेत्रों में हो रही बारिश के चलते मंदाकिनी नदी के जलस्तर में काफी वृद्धि हो रही है। सोमवार को मंदाकिनी का जलस्तर बढ़ गया। अभी खतरे के निशान से मंदाकिनी हालांकि 6 मीटर नीचे बह रही है, लेकिन नदी में पानी बढ़ने ही विजयनगर में लोनिवि की ओर से बनाया गए फोल्डिंग पुल के दोनों पिल्लर क्षतिग्रस्त हो गए। जिसके बाद पुल भी बह गया। जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पडे़गा। फोल्डिंग पुल से आवाजाही बंद होने से वर्तमान में मोटरचालित ट्राली के माध्यम से ग्रामीण आवाजाही करने का अब एकमात्र विकल्प है। पुल क्षतिग्रस्त होने से चाका, सिल्ला, बेडासारी, फलई, गदनू, चमराडा समेत कई गांवों के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई है। स्थायी पुल न बनने से इस बरसात में ग्रामीणों को ट्राली के माध्यम से ही मंदाकिनी लदी को आर-पार करना पडे़गा। व्यापार संघ अध्यक्ष अगस्त्यमुनि सोवन ¨सह नेगी का कहना है कि विजयनगर में आवाजाही के लिए बनाया गया फोल्डिंग पुल के बह जाने से ग्रामीणों की समस्याएं बढ़ गई हैं। कहा कि बरसात में नदी में पानी बढ़ने से यहां पर आवाजाही करना मुश्किल हो जाएगा। जिससे ग्रामीणों को ट्राली से ही सफर करना पड़ेगा। इसका सबसे ज्यादा खामियाजा स्कूली नौनिहालों को भुगतना पडे़गा। कहा कि चार वर्ष आपदा के बीच गए हैं, लेकिन पैदल पुल निर्माण न होने से लोंगों को खासी समस्या का सामना करना पड़ता है।