शहर के अधिकांश एटीएम पड़े हैं ठप
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: नोटबंदी के 72 दिन बाद भी जिले के हालात नहीं सुधर सके हैं। गत एक सप्ताह से
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: नोटबंदी के 72 दिन बाद भी जिले के हालात नहीं सुधर सके हैं। गत एक सप्ताह से एटीएम खाली पडे़ हुए हैं। इससे स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
शहर रुद्रप्रयाग में एसबीआइ मुख्य शाखा के साथ ही एडीबी, इलाहाबाद, पीएनबी, चमोली जिला सहकारी बैंक, कैंनरा बैंक, नैनीताल, ओबीसी, ¨सडिकेट, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक, पंजाब एवं ¨सध, बैंक ऑफ बड़ोदा, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ पटियाला, यूको बैंक, इंडियन ओवरसीज, बैंक ऑफ इंडिया की शाखाएं हैं। इनमें से कुछ ही बैंकों के एटीएम मुख्यालय में संचालित हो रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों के साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को नकदी निकालने में काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। गत दिनों केन्द्र सरकार ने एटीएम से नकदी निकालने की सीमा 4500 से बढ़ाकर दस हजार रुपये तक बढ़ा दी है, लेकिन अभी तक अधिकांश एटीएम में ताले लटके पड़े हैं। नोटबंदी के बाद जिला मुख्यालय के साथ ही जिले के तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, ऊखीमठ, गुप्तकाशी, फाटा, जखोली, चोपड़ा व चोपता में भी बैंकों से भी उपभोक्ताओं को पर्याप्त नकदी का आहरण नहीं हो पा रहा है। पहाड़ में शादी-ब्याह का सीजन फिर शुरू होने से लोगों को नकदी निकालने के लिए काफी पापड़ बेलने पड़ रहे हैं। ग्राहक मोहन ¨सह, प्रेम ¨सह, रमेश ¨सह, नरेन्द्र ¨सह समेत कई लोगों का कहना है कि बैंकों के एटीएम गत एक सप्ताह से खाली पड़े हुए हैं, जिससे नकदी निकालने में काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। बैंकों में भी पर्याप्त नकदी का आहरण नहीं हो पा रहा है।