हवाई सेवा के प्रति घटा रुझान
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ के लिए भले ही हवाई कंपनियों की संख्या बढ़ी हो
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ के लिए भले ही हवाई कंपनियों की संख्या बढ़ी हो, लेकिन इस बार अभी तक हवाई सेवा से यात्रा करने वाले भक्तों की संख्या में कमी आई है। पिछले वर्ष नौ हवाई कंपनियों से कुल 71 हजार से अधिक यात्रियों को भोले बाबा के दर्शन कराए थे, लेकिन इस वर्ष 13 कंपनियां होने के बावजूद भी 54 हजार यात्री ही हेली सेवाओं से भोले बाबा के दर्शनों को पहुंचे हैं। जो पिछले वर्ष की तुलना में काफी कम है। नौ मई केदारनाथ कपाट के बाद इस वर्ष पवन हंस, पिनैकल, सार, आर्यन, इंडोकॉप्टर, ग्लोबल वैक्ट्रा, हिमालयन हेली, गोदावत, ऐरो एयर, ट्रांस भारत, हेरिटेज, सुमित, यू टीएयर डारेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन(डीजीसीए) की स्वीकृति मिलने के बाद ही शासन-प्रशासन ने उड़ान भरने की अनुमति दी थी। इस वर्ष अभी तक ढ़ाई लाख यात्री दर्शनों को पहुंचे हैं। इनमें से 54500 यात्रियो ने हवाई सेवा से केदारनाथ पहुचकर बाबा के दर्शन किए। इसके पीछे पैदल मार्ग आपदा के बाद काफी बेहतर हो गया है, जबकि पैदल मार्ग पर खाने व रहने की अच्छी व्यवस्था होने से भी यात्री पैदल जाना ज्यादा पसंद किया। वहीं हवाई सेवाओं पर इस वर्ष मौसम की मार पड़ने से भी यात्रियों की संख्या में कमी का एक मुख्य कारण हैं, दो से तीन दिन इंतजारी के बावजूद नंबर न आने पर सैकड़ों यात्री बिना दर्शन के ही लौट गए। वर्तमान नारायकोटी, नाला, फाटा, शेरसी, सोनप्रयाग से ही हवाई सेवाओं का संचालन किया जा रहा है। हवाई कम्पनियां यात्रियों की ऑनलाइन बु¨कग भी कर रही है। शासन-प्रशासन की ओर कम्पनियों के सीमित उड़ान भरने को लेकर रोटेशन व्यवस्था की गई है। हवाई कम्पनियां प्रतिदिन सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक अपनी सेवाएं दे रही हैं। वर्ष 2015 की बात करें तो पूरे सीजन में 154420 यात्रियों ने केदारनाथ पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन किए, जिसमें 71 हजार से अधिक यात्रियों ने हेली सेवा ही बाबा केदार के दर्शनों को पहुंचे हैं। एक सप्ताह की स्थिति- दिनांक उड़ानें यात्री 17 जून 230 1286 18 जून 225 1214 19 जून 82 445 20 जून 53 279 21 जून 101 557 22 जून 60 320 23 जून 108 577 हवाई सेवाएं खराब मौसम के चलते काफी प्रभावित रही। जिससे अभी तक साढे़ 54 हजार के आसपास ही यात्रियों ने हवाई सेवा से दर्शन किए। जो पिछले वर्षो की तुलना में कम हैं। एसएस राणा नोडल अधिकारी, हवाई सेवा