यात्रा तैयारियों का सच : छह घंटे बाद भेजी मशीन
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: अफसर दावा कर रहे हैं कि चार धाम यात्रा की तैयारियों के इंतजाम पुख्ता हैं,
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: अफसर दावा कर रहे हैं कि चार धाम यात्रा की तैयारियों के इंतजाम पुख्ता हैं, लेकिन हकीकत एक अलग ही तस्वीर बयां कर रही है। इसका उदाहरण देखने को मिला बुधवार को। रुद्रप्रयाग से 45 किलोमीटर दूर केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुबह पांच बजे जबरदस्त भूस्खलन हुआ। लोक निर्माण विभाग के राष्ट्रीय राजमार्ग खंड को इसकी सूचना भी दे दी गई, लेकिन कंप्रेशर मशीन (बोल्डर में छिद्र करने वाली मशीन, इस छिद्र में बारुद भर कर बोल्डर को छोटे-छोटे टुकडों में तोड़ दिया जाता है।) पहुंची छह घंटे बाद। गुरुवार को पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा ने लोनिवि (राष्ट्रीय राजमार्ग खंड) अधिकारियों से अपनी नाराजगी जताई।
केदारनाथ के कपाट खुलने में अब महज दो दिन शेष हैं। हालांकि गौरीकुंड तक वाहनों की आवाजाही आरंभ हो चुकी है, लेकिन अब भी बड़े वाहन सोनप्रयाग तक ही आ रहे हैं। केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हमेशा भूस्खलन का खतरा मंडराता रहता है। बुधवार को भी सड़क पर मलबा आने से हाईवे करीब दस घंटे बंद रहा। इस दौरान यहां वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। यहां तक कि दिल्ली से गौरीकुंड के बीच चलाई गई परिवहन निगम की बस भी पूरा सफर तय नहीं कर पाई।
रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक मीणा के अनुसार लोनिवि को इसकी सूचना समय पर दे दी गई थी, लेकिन मशीन करीब एक बजे पहुंच पाई। एसपी ने बताया कि उन्होंने फोन पर लोनिवि के अफसरों को साफ किया यात्रा सीजन के दौरान अपनी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखें। एसपी के अनुसार अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी नौबत नहीं आएगी।
दूसरी ओर लोनिवि (राष्ट्रीय राजमार्ग खंड) के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार ने स्वीकार किया कि कंप्रेशर मशीन भेजने में कुछ विलंब हुआ। उन्होंने बताया कि मशीन को सिरोबगड़ से मौके पर भेजा गया। अधिशासी अभियंता के मुताबिक आने वाले समय में जरूरत के उपकरणों और मशीनों को आसपास के इलाके में ही रखा जाएगा ताकि समय बेकार न हो।