केदारनाथ रोपवे: सर्वे पूरा, धरातल शून्य
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ की यात्रा को सुगम और सरल बनाने की सरकारी घोषण
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ की यात्रा को सुगम और सरल बनाने की सरकारी घोषणा अभी तक धरातल पर नहीं उतरी है। तीर्थयात्रियों को लिनचौली से केदारनाथ बेस कैंप तक की कठिन रास्ते से निजात दिलाने के लिए इस वर्ष यात्रा शुरू होने से पूर्व अप्रैल माह तक रोपवे का निर्माण पूर्ण करने की घोषणा तो की गई, लेकिन सर्वे पूरा होने के बाद भी अभी तक कोई कार्य शुरू नहीं हो सका है। इससे यात्रियों अभी भी पैदल ही दर्शनों को पहुंचना पड़ रहा है।
वर्ष 2013 में आई जल प्रलय के बाद केदारनाथ से रामबाड़ा तक पूरा पैदल मार्ग बह गया था। इसके बाद निम ने रामबाड़ा से केदारनाथ तक नए पैदल मार्ग के रूप में विकसित किया। नया रास्ता में खड़ी चढ़ाई से यात्रियों को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। यात्रियों को दिक्कतों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने केदारनाथ यात्रा को सुगम एवं सरल बनाने को लेकर कई बड़ी घोषणाएं की है। इसमें लिनचौली से केदारनाथ बेस कैंप तक रोपवे का निर्माण कार्य भी शामिल है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केदारनाथ कैबिनेट व इससे पूर्व भी यहां भ्रमण के दौरान आने वाले यात्रा सीजन शुरू होने से पूर्व गत अप्रैल माह तक लिनचौली से केदारनाथ बेस कैंप तक रोपवे का निर्माण पूरा करने की बात कही थी, लेकिन धरातल पर कुछ भी नही है। हालांकि पांच किमी पैदल मार्ग पर रोपवे का सर्वे का काम तो पूरा हो गया है, लेकिन सर्वे के कार्य को हुए लंबा समय बीत चुका है, अभी तक निर्माण कार्य शुरूआत तक नहीं की गई है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष यात्रियों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई, यदि रोपवे का निर्माण हो जाए तो यात्रियों की संख्या भी काफी बढ़ जाएगा, यात्रा सुगम होने से बढ़ी संख्या में यात्री केदार बाबा के दर पर पहुंचेगे।
'लिनचौली-केदारनाथ को रोप-वे को लेकर सर्वे किया गया है, अभी निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। कार्रवाई चल रही है।
डॉ. राघव लंगर
डीएम, रुद्रप्रयाग