रक्षाबंधन से पहले केदारनाथ धाम में लगेगा अन्नकूट मेला
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: बदरी-केदार मंदिर समिति ने रक्षाबंधन से एक दिन पहले केदारनाथ मंदिर में होन
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: बदरी-केदार मंदिर समिति ने रक्षाबंधन से एक दिन पहले केदारनाथ मंदिर में होने वाले अन्नकूट मेले (भतूज) की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस दिन भगवान शिव को नए अनाज का भोग लगाकर विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मंदिर में विशेष रूप से सजावट की जाती है।
विश्वप्रसिद्ध धाम केदारनाथ में अन्नकूट मेले की परंपरा सदियों से चली आ रही है। यह मेला हर वर्ष रक्षाबंधन के एक दिन पहले आयोजित होता है। इस बार मेला 28 अगस्त की मध्य रात्रि से शुरू होकर 29 अगस्त की सुबह तक चलेगा। केदारनाथ मंदिर में स्थित स्वयंभू लिंग को नए अनाज झगोंरा, चावल, कौंणी आदि के लेप लगाकर भगवान शिव का श्रृंगार किया जाएगा। सुबह भगवान का स्नान कराने के बाद शिवलिंग से अन्नकूट का लेप लगाया जाएगा। तत्पश्चात सभी भक्त भोले बाबा के दर्शन करेंगे। इस दौरान किया गया भोले बाबा का श्रृंगार का दृश्य अलौकिक होता है। मान्यता है कि अनाज में पाए जाने वाले विष को भोले बाबा स्वयं ग्रहण करते हैं। इस त्यौहार को सदियों से प्रतिवर्ष रक्षाबंधन से एक दिन पूर्व मनाया जाता है।
बद्री-केदार मंदिर समिति के कार्याधिकारी अनिल शर्मा ने बताया कि अन्नकूट मेले को लेकर केदारनाथ मंदिर में विशेष तैयारियां की जा रही है। मंदिर की सजावट के साथ ही साफ-सफाई का कार्य शुरू हो गया है। 29 अगस्त को सुबह सभी श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन भी किया गया है। विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में भी अन्नकूट मेले का आयोजन किया जाता है। यहां भी इसी प्रकार की परंपरा का निर्वहन किया जाता है।