केदारनाथ में मास्टर प्लान से होगी बसावट
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : केदारनाथ धाम क्षेत्र में बसावट अब मास्टर प्लान के तहत होगी। शासन-प्रशासन
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग : केदारनाथ धाम क्षेत्र में बसावट अब मास्टर प्लान के तहत होगी। शासन-प्रशासन ने धाम में बसे भवन स्वामियों एवं तीर्थ पुरोहितों के ध्वस्त भवनों के स्थान पर नए भवनों को बनाने की कार्यवाही शुरू कर दी है। इसके लिए उप कार्यालय गुप्तकाशी में स्थापित किया जा चुका है।
सरकार के साथ हुए अनुबंध के आधार पर ही केदारनाथ भवन स्वामियों एवं तीर्थपुरोहितों को नए सिरे से बसाने की कवायद शुरू हो गई। लोनिवि निरीक्षण भवन गुप्तकाशी में चल रहे विस्थापन, पुनर्वास एवं बंदोबस्त आयुक्त कार्यालय के माध्यम से मास्टर प्लान के कार्य किए जाने हैं। भवन के लिए मानचित्र स्वीकृति करने के लिए प्रशासन ने विनियमित क्षेत्र केदारनाथ के उप कार्यालय की स्थापना भी कर दी है। यहां आर्किटेक्ट, अवर अभियंता एवं लिपिक की तैनाती भी कर दी गई है। केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य में जुटी निम 46 सरकारी भवनों को गिरा चुकी है। इसके अलावा, मंदिर के चारों ओर से लगभग 80 जर्जर निजी भवनों को भी गिराया जा चुका है। ऐसे में अन्य भवनों को भवन स्वामियों की सहमति के आधार पर तोड़ा जाना बाकी है। फिलहाल मंदिर के मुख्य मार्ग को 50 फुट चौड़ा बना दिया गया है, जिससे तीर्थयात्रियों को बेस कैंप से ही मंदिर दिखाई दे रहा है। अतिरिक्त रिसेटलमेंट आफिसर लक्ष्मीराज चौहान ने बताया कि शासन के आदेश के अनुसार केदारनाथ धाम में ध्वस्त किए गए भवनों के स्थान पर नए भवनों को बनाया जाना है। इसमें संबंधित भवन स्वामी के साथ भवन का मानचित्र व डिजाइन तैयार कर स्वीकृत किया जाएगा। प्रशासन ने जिन लोगों के भवन तोड़े हैं, वह पुनर्वास के लिए उक्त कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।