कालीमठ क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था बनी मुसीबत
संवाद सूत्र, ऊखीमठ : कालीमठ क्षेत्र में उपभोक्ताओं के लिए विद्युत व्यवस्था मुसीबत का सबब बनी हुई है।
संवाद सूत्र, ऊखीमठ : कालीमठ क्षेत्र में उपभोक्ताओं के लिए विद्युत व्यवस्था मुसीबत का सबब बनी हुई है। क्षेत्र में जहां अक्सर विद्युत आपूर्ति ठप रहती है, वहीं उपभोक्ताओं को विद्युत के भारी भरकम बिल भेजे जा रहे हैं। ऊर्जा निगम से शिकायत करने के बावजूद लाइनों को ठीक नहीं किया जा सका है। इससे क्षेत्र में एक सप्ताह से अंधेरा पसरा हुआ है।
विगत वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा में सबसे ज्यादा नुकसान कालीमठ घाटी को झेलना पड़ा था। आपदा के बाद यहां की स्थिति सुधारने में एसएसबी, आइटीबीपी समेत कई स्वयंसेवी संस्थाओं ने कार्य किया। इसके बाद कुछ हद तक यहां की स्थिति में सुधार लाया जा सका। विगत एक सप्ताह से कालीमठ क्षेत्र के कई गांवों में विद्युत लाइनें टूट जाने से विद्युत आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। माह में कई बार विद्युत के अनियमित आपूर्ति का सिलसिला बना रहता है। इसके अलावा गांवों में विद्युत की आपूर्ति कम व बिजली के बिल भारी भरकम भेजे जा रहे हैं। इससे गरीब तबके के उपभोक्ताओं को बिल चुकाना मुश्किल साबित हो रहा है। ऊर्जा निगम में शिकायत करने के बावजूद अभी तक समस्या के निराकरण के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। क्षेत्र की विद्युत लाइन टूट जाने के बाद भी अभी तक निगम के कर्मचारी उसे ठीक नहीं कर पाए हैं। अंधेरा होते ही ग्रामीण अपने घरों में दुबक रहे हैं। अंधेरा होने से गांवों में जंगली जानवरों का खतरा भी बढ़ जाता है। निगम की इस लापरवाही को लेकर क्षेत्रीय जनता में खासा रोष व्याप्त है।
ऊर्जा निगम से शिकायत करने के बावजूद अभी तक विद्युत लाइन को ठीक नहीं किया जा सका है। इससे क्षेत्रीय ग्रामीणों को अंधेरे में ही रातें काटनी पड़ रही है।
संतलाल, ब्लॉक प्रमुख, ऊखीमठ
कालीमठ क्षेत्र में लगभग एक सप्ताह से विद्युत लाइनें टूट जाने से अंधेरा पसरा हुआ है। ऐसे में ग्रामीण अंधेरा होते ही अपने घर में दुबकने को मजबूर हैं।
अव्वल सिंह राणा, पूर्व प्रधान, कालीमठ
शिकायत आने पर विद्युत लाइनें ठीक कर दी जाती हैं। उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति नियमित मिले, इसके लिए लगातार निगम के कर्मचारी काम कर रहे हैं।
अक्षय भट्ट, सहायक अभियंता, ऊर्जा निगम ऊखीमठ