पिथौरागढ़ में अभी से शुरू हुई मौसम की तबाही
उत्तराखंड के अधिकांश मैदानी इलाके तेज धूप और लू के थपेड़ों से परेशान है, तो वहीं पिथौरागढ़ के सुदूरवर्ती इलाकों में मौसम के बदले मिजाज से क्षेत्रवासी सहमे हुए हैं।
पिथौरागढ़। सूबे के अधिकांश मैदानी इलाके तेज धूप और लू के थपेड़ों से परेशान है, तो वहीं पिथौरागढ़ के सुदूरवर्ती इलाकों में मौसम के बदले मिजाज से क्षेत्रवासी सहमे हुए हैं। बारिश, बिजली व आकाशीय बिजली आए दिन लोगों की नींद उड़ा रखी है। यही नहीं मौसम ने अभी से क्षेत्र में आपदा जैसे हालात पैदा कर दिए हैं।
बारिश व अंधड़ से क्षेत्र में कई स्थानों पर भारी नुकसान हुआ है, बरसात तो अभी समय है, लेकिन अभी से मौसम का ऐसा तांडव देख लोगों का खौफजदा होना भी लाजमी है। बीती रात तहसील धारचूला के पय्यापोड़ी, गौथानी, गत्कुना और इससे लगे तहसील बंगापानी के कनार क्षेत्र में भारी बारिश हुई। इस दौरान तेज अंधड़ ने लोगों को सोने नहीं दिया तो आकाशीय बिजली भी गिरती रही।
गोथानी में भू-स्खलन से बलुवाकोट-पय्यापोड़ी मार्ग बंद हो गया है। क्षेत्र की सिंचाई गूले बह गई है। पेयजल व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। कई मकानों में पानी और मलबा घुस गया। गटकुना प्राइमरी स्कूल की छत उड़ गई। खेत मलबे से पट गए हैं।
रात लगभग चार घंटे तक आसमान जमकर बरसा। यह क्षेत्र सड़क मार्ग से 15 से 16 किमी दूर है। गोसी नदी सहित सभी नाले उफान पर है। हालात बादल फटने जैसे थे, लेकिन अभी तक प्रसाशन ने इसकी पुष्टि नहीं की है और ना ही प्रसाशनिक अमला मौके तक पंहुचा है।