आपदा की ड्यूटी कराई अब मानदेय को भटक रहे पीआरडी जवान
संवाद सूत्र, धारचूला: आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील धारचूला क्षेत्र में जान हथेली पर रखकर ड्यूटी
संवाद सूत्र, धारचूला: आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील धारचूला क्षेत्र में जान हथेली पर रखकर ड्यूटी देने वाले जवान अब मानदेय के लिए भटक रहे हैं। दो विभागों के बीच फंसे मानदेय के मामले का समाधान निकालने के लिए जवानों ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई है।
धारचूला क्षेत्र के दो दर्जन पीआरडी जवानों को अगस्त से दिसंबर माह तक आपदा से निपटने को तैनात किया गया था। जवानों ने पूरी मुस्तैदी के साथ ड्यूटी की, लेकिन मानदेय नहीं मिला। नाममात्र के मानदेय के लिए गरीब पीआरडी जवान तहसील कार्यालय से लेकर युवा कल्याण विभाग के कई चक्कर काट चुके हैं। इस मामले में युवा कल्याण विभाग ने बताया कि ड्यूटी करने वाले जवानों की डिमांड एसडीआरएफ(राज्य आपदा प्रबंधन बल)की ओर से की गई थी। मानदेय बल की ओर से ही दिया जाना है, इसके लिए बल को पत्र लिखा गया है। बल का कोई उच्चाधिकारी जनपद में उपलब्ध नहीं है। यहां एसआई रेंक के कर्मचारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। दो विभागों के बीच फंसे इस पेंच से परेशान पीआरडी जवानों ने मंगलवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर मानदेय दिलाए जाने की मांग करते हुए कहा कि मानदेय नहीं मिलने से उनके परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। ज्ञापन भेजने वालों में विष्णु, धर्मानंद, नंदा, जानकी, देवकी, किशन, देवेंद्र सेलाल, विरु राम, प्रहलाद, गोरीनाथ आदि शामिल थे।