सड़क नहीं बनी तो ग्रामीण करेंगे अनशन
संवाद सूत्र, धारचूला: तहसील धारचूला के सबसे बड़े गांव खेला के ग्रामीण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से
संवाद सूत्र, धारचूला: तहसील धारचूला के सबसे बड़े गांव खेला के ग्रामीण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से नहीं जुड़ने से गुस्से में हैं। एक जून तक सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं होने पर समस्त ग्रामीण तहसील मुख्यालय पर अनशन पर बैठेंगे।
खेला गांव का भूगोल बड़ा विचित्र है। काली और धौली नदियों के संगम स्थल तवाघाट से लेकर पहाड़ की चोटी तक बसे इस गांव के लोगों का आपस में गांव में सामूहिक कार्यक्रमों में ही भेंट होती है। गांव की तलहटी में रहने वाले ग्रामीणों को अपने गांव के लोगों के घरों तक जाने के लिए छह किमी की चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। ग्रामीण लंबे समय से गांव के मध्य में सड़क की मांग कर रहे थे। इस मांग पर सरकार ने पीएमजीएसवाइ के तहत सड़क तो स्वीकृत की है, परंतु इसका निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका है। बीते दिनों ग्रामीणों ने इस मांग को जिलाधिकारी के सम्मुख रखा था। डीएम ने जून माह से सड़क निर्माण का आश्वासन दिया था।
आश्वासन की तिथि समाप्त हो रही है। विभाग द्वारा सड़क निर्माण के कोई पहल नहीं हो रही है। इसे लेकर अब ग्रामीणों का धैर्य भी जवाब देने लगा है। ढाई हजार की आबादी वाले खेला गांव के ग्रामीणों ने एक जून से सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं होने पर तहसील मुख्यालय धारचूला पहुंच कर अनशन पर बैठने की धमकी दी है। ग्राम प्रधान निर्मला देवी का कहना है कि दो जून को सभी ग्रामीण सुबह 18 किमी दूर धारचूला जाएंगे और तहसील कार्यालय के सम्मुख धरना देते हुए अनशन प्रारंभ कर देंगे। सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ नही होने तक अनशन जारी रहेगा।