मर्म चिकित्सा पद्धति की दी जानकारी
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी कार्यालय में मर्म चिकित्सा से संबंधित का
संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी कार्यालय में मर्म चिकित्सा से संबंधित कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें चिकित्सकों से मर्म चिकित्सा से असाध्य रोगों का इलाज करने की जानकारी दी गई।
कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए मास्टर ट्रेनर डॉ. उषा बृजवासी भट्ट ने कहा कि आजकल की भागदौड़ वाली जिंदगी में मर्म चिकित्सा मरीजों के लिए कारगर साबित होगी। मर्म बिंदुओं की जानकारी चिकित्सक को होनी चाहिए जिससे लाइलाज बीमारियों का भी इलाज संभव हो जाता है। इस मौके पर उन्होंने मर्म चिकित्सा का महत्व, आयुर्वेद में मर्म विज्ञान की भूमिका, शरीर में मर्म के प्रकार व प्राचीनतम ज्ञान के रू प में जानकारी दी गई। डॉ. विजय गंगवार ने मर्म विज्ञान व चिकित्सा के तकनीकी पक्ष उजागर करते हुए मर्म चिकित्सा के महत्व पर बल दिया। कार्यशाला में सुदूर क्षेत्रों में कार्यरत तीस चिकित्सकों को मर्म चिकित्सा से संबंधित जानकारी दी गई। कार्यशाला में डॉ. जीएस जंगपांगी, आयुर्वेदिक संघ के अध्यक्ष डॉ. राकेश खाती, डॉ. बालम बोरा, डॉ. ज्योत्स्ना सनवाल, डॉ. भगवती पाल, डॉ. हरीश धर्मशक्तू आदि मौजूद थे।