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नदी किनारे डाल रहे कूड़ा

संवाद सूत्र, थल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गंगा को निर्मल-अविरल बनाने के लिए चल रहे नमामि गंग

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Mar 2017 06:53 PM (IST)Updated: Sat, 25 Mar 2017 06:53 PM (IST)
नदी किनारे डाल रहे कूड़ा
नदी किनारे डाल रहे कूड़ा

संवाद सूत्र, थल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गंगा को निर्मल-अविरल बनाने के लिए चल रहे नमामि गंगे कार्यक्रम का यहां पर हाल बेहाल है। इस कार्यक्रम के तहत गंगा को निर्मल-अविरल बनाने के लिए उसकी सहायक नदियों की भी साफ-सफाई जरू री है, मगर इन सहायक नदियों के घाटों पर कूड़ा-करकट डालकर उसे गंदा किया जा रहा है। नदी की साफ-सफाई को लेकर प्रशासन की ओर से भी कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। नैनीताल हाईकार्ट द्वारा ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए गंगा व यमुना नदी को जीवित व्यक्ति का दर्जा दिया गया है। कोर्ट के आदेश के तहत इन दिनों पूरे प्रदेश में नदियों को गंदगी व प्रदूषण से मुक्त करने के प्रयास किया जा रहा है। मगर थल में रामगंगा की साफ-सफाई को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हिमालय से निकलने वाले सभी नदी-नाले गंगा व अन्य नदियों में मिलते हैं। गंगा की थल में गंगा की सहायक नदी रामगंगा है। यहां नदी किनारे हर समय गंदगी फैली रहती है। थल में तीन शवदाह स्थल हैं। इन रास्तों पर भी लगातार गंदगी डाली जा रही है। चिता में जलने वाली लकड़ी भी घाट में ही पड़ी रहती है। वहीं थल कस्बे की गंदगी भी नालों के माध्यम से रामगंगा नदी तक जाती है। रामगंगा नदी आस्था का केंद्र होने से लोग त्योहारों पर स्नान करने यहां पहुंचते हैं, मगर साथ में नदी को प्रदूषित करने से भी पीछे नहीं हटते हैं। जिस कारण नदी लगातार प्रदूषित होती जा रही है। हाईकोर्ट की सख्ती के बावजूद भी प्रशासन द्वारा नदी की साफ-सफाई के लिए अब तक कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया है।

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