मुआवजे को लेकर टैक्सी यूनियन ने किया प्रदर्शन
संवाद सूत्र, धारचूला : वर्ष 2013 की आपदा में कई महीने तक फंसे वाहनों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला ह
संवाद सूत्र, धारचूला : वर्ष 2013 की आपदा में कई महीने तक फंसे वाहनों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। सीएम के आश्वासन के बाद भी मुआवजा देने की पहल नहीं होने से नाराज टैक्सी यूनियन ने तहसील कार्यालय के सम्मुख प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। दो अक्टूबर तक मुआवजा नहीं मिलने पर तीन अक्टूबर से आमरण अनशन की चेतावनी दी है।
वर्ष 2013 की आपदा में सड़कें बह जाने के कारण तीन दर्जन से अधिक वाहन सोबला, नारायण आश्रम सहित अन्य मार्गो में फंसे रहे। इस दौरान टैक्सी संचालक और चालक बेरोजगार रहे। साल भर मार्ग खुलने के बाद वाहन निकल सके। जबकि टैक्सी मालिकों को इस दौरान बैंक की किश्त सहित अन्य देनदारियां भरनी पड़ी। प्रभावित इस दौरान मुआवजा और बैंक वसूली रोकने की मांग करते रहे । सरकार आश्वासन तो देती रही परंतु कुछ भी नहीं दिया गया। इस संबंध में टैक्सी यूनियनों ने आंदोलन भी किया। सीएम हरीश रावत ने मुआवजा देने का आश्वासन दिया। इस आश्वासन के बाद भी कोई पहल नहीं हुई है। इससे नाराज टैक्सी यूनियनों ने सोमवार को तहसील कार्यालय के सम्मुख प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। इस मौके पर टैक्सी यूनियन के महासचिव दुर्गा सिंह बिष्ट ने दो अक्टूबर तक मुआवजा नहीं मिलने पर तीन अक्टूबर से आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान किया। इस आशय का सीएम के नाम का ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। प्रदर्शन करने वालों में कल्याण सिंह टाकुली, पुष्कर सिंह, जगत सिंह पतियाल, प्रेम सिंह रोकाया, मदन सिंह, राम सिंह रोकाया, भूपेंद्र सिंह, देव सिंह, धर्मेंद्र कुमार आदि शामिल थे।