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ढाई वर्ष बाद गलाती गांव में उजाला

संवाद सूत्र, धारचूला : ढाई वर्ष पूर्व कंच्यौती स्थित जल विद्युत निगम के पावर हाउस बहने के बाद बिजली

By Edited By: Published: Wed, 10 Feb 2016 03:49 PM (IST)Updated: Wed, 10 Feb 2016 03:49 PM (IST)
ढाई वर्ष बाद गलाती गांव में उजाला

संवाद सूत्र, धारचूला : ढाई वर्ष पूर्व कंच्यौती स्थित जल विद्युत निगम के पावर हाउस बहने के बाद बिजली से वंचित गलाती गांव 33 केवी सब स्टेशन से जुड़ गया है। ढाई वर्ष बाद गांव में बिजली आने से ग्रामीणों में खुशी व्याप्त है। ग्रामीणों ने इसे अपने आंदोलन की जीत बताया है।

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जून 2013 की आपदा में कंच्योती पावर हाउस बह गया था। इसके बाद से गलाती क्षेत्र अंधेरे में डूबा था। गांव तक बिजली बहाल करने के लिए ग्रामीणों ने वर्ष 2014 और 2015 में लगातार आंदोलन किए। ग्रामीणों ने गांव को 33 केवी लाइन ने जोड़ने की मांग रखी। इसे लेकर ग्रामीणों ने दो दिन के लिए गलाती से आगे पेयजल आपूर्ति भी बाधित कर दी थी। प्रशासन के साथ समझौते के बाद ग्रामीणों ने रमतोली से गलाती तक 33 केवी विद्युत लाइन से जोड़ने की मांग रखी। तब से चले रहे कार्य के बाद विभाग ने गलाती को 33 केवी से जोड़ने का कार्य किया। बुधवार को कार्य पूरा होने के बाद गलाती गांव में ढाई वर्ष से अधिक समय बाद बिजली पहुंची है।

बुधवार को गांव के बिजली लाइन से जुड़ने के बाद गांव में खुशी का माहौल है। गलाती तक बिजली पहुंचने से चार हजार की जनता को इसका लाभ मिलेगा। भाजपा नेता जगत मर्तोलिया ने बताया कि बिजली के लिए चले आंदोलन को दबाने के लिए सरकार ने कई हथकंडे अपनाए परंतु अंत में जनता के सामने झुकना पड़ा। वहीं गलाती संघर्ष समिति के राम सिंह गंडी, पूरन धामी, प्रेम सिंह धामी, त्रिलोक गंडी, गौर सिंह टाकुली, हीरा सिंह, शेर सिंह धामी, विजय धामी, जगदीश धामी ने गांव तक बिजली बहाल होने को ग्रामीणों के संघर्ष की जीत बताया है।


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