जंगल में सिम्मी आतंकी
जागरण संवाददाता, कोटद्वार:
बिजनौर से फरार सिम्मी के आतंकियों की कोटद्वार के जंगलों में छिपे होने की आशंका से पुलिस में हड़कंप मच गया है। मेरठ की एटीएस से मिली जानकारी के बाद पुलिस और पीएसी ने कोटद्वार के जंगलों में इन आतंकियों की तलाश में कॉबिंग की है। हालांकि कोई हाथ नहीं आया।
बीती 20 सितंबर की सुबह कोतवाली पुलिस ने बिजनौर पुलिस से मिली जानकारी के आधार पर कौड़िया चैक पोस्ट से कुछ दूर स्वीफ्ट डिजायर कार संख्या यूपी16एके/6334 को घेर लिया था। पुलिस को देखकर कार में सवार दो लोग वाहन छोड़कर पुलिस पर फायर झोंकते हुए जंगलों की ओर भाग निकले थे। पता चला कि यह कार रामपुर से हरिद्वार के लिए बुक कराई गई थी। कार चालक और उसके भाई को इन बदमाशों ने कोतवाली देहात क्षेत्र के अंतर्गत नहटौर रोड पर चाकू मारकर घायल कर दिया था और कोटद्वार की ओर भाग निकले थे।
सूत्र बताते हैं कि घायल कार चालक को मेरठ में भर्ती कराया गया था। एटीएस की टीम ने इस कार चालक से पूछताछ के दौरान बिजनौर से फरार हुए आतंकियों के चित्र दिखाए, जिनमें से कार चालक ने एक की शिनाख्त कर दी। कार चालक ने आतंकी की शिनाख्त करने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सोमवार को एटीएस (मेरठ) की टीम ने कोटद्वार पहुंच आसपास के क्षेत्रों में छानबीन की। हालांकि, उत्ताराखंड पुलिस को एटीएस टीम की वापसी के बाद उनके आने का पता चला।
इधर, मंगलवार को पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कोतवाली पुलिस की अलग-अलग टीमों ने डेढ़ सेक्शन पीएसी के साथ चिलरखाल से सनेह तक के जंगलों की खाक छानी। इस दौरान पुलिस को कुछ विशेष हाथ नहीं लगा। उधर, कालागढ़ थाना पुलिस ने भी कालागढ़-पाखरो के मध्य जंगल में काबिंग शुरू कर दी है।
वन विभाग ने जारी किया अलर्ट
दो आतंकियों के जंगल में घुसने की सूचना के बाद लैंसडौन वन प्रभाग ने भी कोटद्वार, कोटड़ी व लालढांग रेंज में अलर्ट जारी कर दिया है। प्रभागीय वनाधिकारी नितिशमणि त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस से आतंकियों के जंगल में घुसने की सूचना के बाद वन कर्मियों की टीमों को अलर्ट कर दिया गया है। जंगल में चप्पे-चप्पे पर जांच की जा रही है।
पांच लाख के इनामी हैं आतंकी
जिन दोनों आतंकियों की तलाश में पुलिस जंगल में चप्पा-चप्पा छान रही है, वे पांच लाख के इनामी हैं। कोतवाली प्रभारी प्रमोद शाह ने बताया कि पांच सिम्मी आतंकी एक अक्टूबर 2013 को खंडवा जेल से फरार हो गए थे। पिछले दिनों बिजनौर में एक घर में हुए विस्फोट के बाद पता चला कि पांचों आतंकी बम बना रहे थे। उन्होंने बताया कि तब से ही इन आतंकियों की तलाश जोर-शोर से जारी है। शाह ने बताया कि आतंकियों ने खंडवा जेल से फरार होने के बाद एक कार चालक का गला इसी तरह रेता था, जैसे कि कोतवाली देहात (बिजनौर) क्षेत्र से लूटी गई कार के चालक का।
कार से एकत्र होंगे फिंगर प्रिंट
कोतवाली पुलिस द्वारा बरामद की गई स्वीफ्ट डिजायर कार से फिंगर प्रिंट उठाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। कार में आतंकियों के सवार होने की सूचना के बाद यह कार्यवाही की जा रही है। पुलिस को तलाशी के दौरान कार से कोई कागजात नहीं मिले थे।
..तो चौड़खत्ता के जंगलों में छिपे हैं आतंकी
स्वीफ्ट कार छोड़ जंगलों की ओर भागे आतंकियों के बिजनौर वन प्रभाग के अंतर्गत चौड़खत्ता के जंगलों में छिपे होने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों की मानें तो दो दिन पूर्व ही इस क्षेत्र में कुछ बाहरी व्यक्ति दिखाई दिए थे।