Move to Jagran APP

मुख्यमंत्रियों के पैतृक गांवों से होगी चकबंदी की शुरुआत

संवाद सहयोगी, पौड़ी: जनपद पौड़ी में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों व प्रदेश के कृषि मंत्री

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Aug 2017 06:24 PM (IST)Updated: Thu, 17 Aug 2017 06:24 PM (IST)
मुख्यमंत्रियों के पैतृक गांवों से होगी चकबंदी की शुरुआत
मुख्यमंत्रियों के पैतृक गांवों से होगी चकबंदी की शुरुआत

संवाद सहयोगी, पौड़ी: जनपद पौड़ी में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों व प्रदेश के कृषि मंत्री के पैतृक गांव से जल्द ही चकबंदी की शुरुआत की जाएगी।

loksabha election banner

गुरुवार को विकास खंड पोखड़ा के ग्राम सभा लखोली सभागार में चकबंदी बैठक का आयोजन किया गया। इसमें जिलाधिकारी पौड़ी सुशील कुमार ने कहा कि चकबंदी ग्रामीण क्षेत्रों में काश्तकारों की भूमि का वास्तविक मूल्यांकन, पहाड़ में खेत को बचाने व पलायन रोकने में सबसे कारगर साबित होगी। चकबंदी को लेकर सामाजिक, वैज्ञानिक व पारंपरिक सभी पहलुओं पर विशेषज्ञों की टीम गठित करने के साथ ग्राम स्तर पर प्रधानों की अध्यक्षता में चकबंदी समिति बनाई जाएगी। चकबंदी विशेषज्ञ डीएस नेगी व अनिल कुमार ने चकबंदी से खेती, भूमि की उर्वरता, उत्पादन व विपणन की विस्तार से जानकारी दी। बताया कि उत्तराखंड की तरह हिमाचल प्रदेश भी पहाड़ी राज्य है। हिमाचल में चकबंदी सफल है। लेकिन यहां लोग चकबंदी को लेकर संशय में है। उन्होंने कहा कि चकबंदी से भूमि के सत्यापन, अभिलेख शुद्धिकरण, दाखिल खारिज सहित अनेक समस्याएं स्वत: ही निस्तारित हो जाएगी। ब्लॉक प्रमुख पोखड़ा सुरेंद्र ¨सह रावत ने स्वैच्छिक या अनिवार्य चकबंदी जैसे मुद्दों व ग्रामीणों के संशयों को सामने रखा। कार्यक्रम का संचालन बीडीओ पोखड़ा डीडी नथवान ने किया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान लखोली वेद प्रकाश रावत, तहसीलदार एचएम खंडूड़ी, सहायक चकबंदी अधिकारी चंद्र प्रकाश आर्य आदि मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.