गायों को आवारा छोड़ने वालों पर होगी कार्रवाई
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: गायों को आवारा छोड़ देने वाले गो पालकों की अब खैर नहीं। ऐसे गो पाल
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:
गायों को आवारा छोड़ देने वाले गो पालकों की अब खैर नहीं। ऐसे गो पालकों के खिलाफ मुकदमा कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही नगरपालिका क्षेत्र में रहने वाले सभी गो पालकों को अपनी-अपनी गायों का पंजीकरण करना भी जरूरी है। साथ ही उनकी टैगिंग करना भी अनिवार्य है।
गढ़वाल मंडल विकास निगम के सभागार में आयोजित एक बैठक में उत्तराखंड गो सेवा आयोग के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह रावत ने गोवंश संरक्षण अधिनियम 2007 के विभिन्न कानूनों की जानकारी दी। उन्होंने दुधारू गायों का इस्तेमाल कर उन्हें आवारा छोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग भी की। गो संरक्षण व संवर्द्धन को लेकर आयोजित बैठक में उन्होंने पुलिस को गो वंश की तस्करी पर कड़ी नजर रखने को कहा। श्रीनगर में एक बड़े गो सदन की स्थापना को लेकर गौचर भूमि का चयन करने को लेकर उन्होंने राजस्व विभाग को आवश्यक निर्देश दिए। पशुपालन विभाग तथा नगरपालिका के अधिकारियों को गायों के प्रति क्रूरता रोकने को बड़े स्तर पर जनजागरण अभियान भी चलाने को कहा। कहा कि इसके लिए गो तीर्थाश्रम श्रीनगर का भी सहयोग लिया जाए। इस मौके पर नगरपालिका अध्यक्ष विपिन मैठाणी, एसडीएम रजा अब्बास, गो सेवा आयोग के सदस्य स्वामी विशुद्धानंद जी महाराज, प्रेमलाल भट्ट, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजेंद्र वर्मा, पशु चिकित्सा अधिकारी श्रीकोट डॉ. रजनीश पांडे, पशु चिकित्सा अधिकारी खिर्सू डॉ. अजीत, गो तीर्थाश्रम श्रीनगर के अध्यक्ष प्रेमबल्लभ नैथानी आदि मौजूद रहे।