बंदरों के आतंक से ग्रामीण त्रस्त
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: पौखाल क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न गांवों के वा¨शदे बंदरों के आतंक से त्रस्त ह
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: पौखाल क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न गांवों के वा¨शदे बंदरों के आतंक से त्रस्त हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। मांग पूरी न होने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है।
पौखाल बाजार के साथ ही गूम, भेड़गांव समेत आसपास के कई गांवों में बंदरों के आतंक से ग्रामीणों में खौफ हैं। आलम यह है एक ओर बंदर ग्रामीणों की प्याज, लहसुन की खेती को नुकसान पहुंचा रहे हैं। दूसरी ओर बंदर दुकानों व घरों में घुसकर सामान उठा रहे हैं। इनके आतंक का यह आलम है कि ग्रामीण सामान को जालीनुमा अलमारी में बंद करना पड़ रहा है। बंदरों के डर के चलते बच्चे घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। ग्रामीण अर्जुन ¨सह ने बताया कि बंदर क्षेत्र में फसल को बर्बाद करने के साथ ही पैदल राहगीरों से सामान छीनकर ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कई बार स्थानीय प्रशासन व वन विभाग से बंदरों को पकड़ने की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं। उन्होंने बताया कि प्रशासन की उदासीनता व वन विभाग की लापरवाही के चलते ग्रामीणों में खासा रोष है और ग्रामीण आंदोलन की तैयारी में हैं।