एनआइटी को सर्वश्रेष्ठ बनाना लक्ष्य
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: कर्नल सुखपाल सिंह राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड (एनआटी)श
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: कर्नल सुखपाल सिंह राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड (एनआटी)श्रीनगर के पहले कुलसचिव बने हैं। मंगलवार को उन्होंने संस्थान में कुलसचिव का कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही विभिन्न अनुभागों का निरीक्षण भी किया।
कार्यभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कर्नल सुखपाल ने कहा कि एनआइटी श्रीनगर को सर्वश्रेष्ठ संस्थान बनाने के साथ ही उत्तराखंड की शान बनाना भी उनका लक्ष्य और प्राथमिकता है। संस्थान में अनुशासित वातावरण बनाने के साथ ही एकेडमिक गतिविधियों में और इजाफा करने के साथ ही एनआइटी के स्थायी परिसर के निर्माण को भी उन्होंने अपनी प्राथमिकता में शामिल किया है। संस्थान के छात्रों को बेहतर कैंपस प्लेसमेंट दिलवाने के लिए इंडस्ट्रीज के साथ समन्वय बनाते हुए एनआइटी के त्वरित विकास को लेकर अगले पांच साल के लिए रोडमैप भी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एनआइटी को स्मार्ट और डिजीटल कैंपस बनाने के साथ ही उनका प्रयास होगा कि एक इंजीनियर के रूप में इस संस्थान के छात्र अधिक से अधिक संख्या में भारतीय सेना को ज्वाइन करें। सेना मुख्यालय ने एनआइटी को सैन्य अधिकारी दिया है। इसलिए सेना और एनआइटी दोनों का नाम रोशन करेंगे।
कोर ऑफ सिग्नल के कर्नल सुखपाल सिंह एनआइटी श्रीनगर में कार्यभार ग्रहण करने से पूर्व लेह लदाख में तैनात थे। भौतिक विज्ञान में एमएससी उपाधिधारी कर्नल सेना से पहले स्पेस एप्लीकेशन सेंटर हैदराबाद में भी बतौर वैज्ञानिक कार्य कर चुके हैं। सेना में भी उनका एक साल का कार्यकाल और है। सेना से ऑन डेपुटेशन आए कर्नल सुखपाल को एनआइटी श्रीनगर में कुलसचिव के पद पर पांच साल का कार्यकाल मिला है। मंगलवार को उन्होंने संस्थान निदेशक डॉ. एच थोराट से भेंट करने के उपरांत अपना कार्यभार संभाला। उपकुलसचिव डॉ. विनीता नेगी भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।