नाबालिग को नशीली दवाएं बेची तो खैर नहीं
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: युवाओं में बढ़ रही नशे की लत को छुड़ाने के लिए 'तंत्र' सक्रिय हो चला है। शनि
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: युवाओं में बढ़ रही नशे की लत को छुड़ाने के लिए 'तंत्र' सक्रिय हो चला है। शनिवार को एसडीएम ने क्षेत्र के तमाम मेडिकल स्टोर व स्टेशनरी स्वामियों की बैठक ले आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कहा गया कि कम उम्र के बच्चों को ऐसी कोई भी दवा-सामग्री न दें, जो नशे के रूप में प्रयोग हो पाए।
कोतवाली में आयोजित बैठक में एसडीएम जीआर बिनवाल ने क्षेत्र में बढ़ रही नशे की प्रवृति पर गहरी चिंता जताई। कहा कि कम उम्र के बच्चों में नशे की प्रवृति पर रोक लगाना हम सब का कर्तव्य है। उन्होंने बताया कि युवा कई नशीली दवाईयों व स्टेशनरी से मिलने वाले कई रसायनों का प्रयोग नशे के रूप में कर रहे हैं। कम उम्र में युवाओं में बढ़ रही नशे की प्रवृति उन्हें गंभीर अपराधों की ओर ले जा रही है। एसडीएम ने सभी मेडिकल स्टोर व दवा विक्रेताओं के साथ ही स्टेशनरी वालों को कम उम्र के बच्चों को ऐसा सामग्री देने से मना किया, जिसे नशे के रूप में प्रयोग में लाया जा सके। कहा कि यदि कोई युवा नशीले पदार्थ की खरीद करने पर दुकान पर आता है तो उनकी आइडी व नाम रजिस्ट्रर में दर्ज किए जाएं। कहा गया कि पुलिस प्रशासन व चिकित्सा विभाग की संयुक्त टीम जल्द ही क्षेत्र में छापेमारी शुरू करेगी। इस दौरान यदि कोई विक्रेता बिना लाइसेंस के तेजाब अथवा नशीले पदार्थो को बेचता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में एसएसआइ विजय सिंह, एसआई विनोद कुमार सहित शहर के सभी मेडिकल स्टोर व स्टेशनरी वाले मौजूद थे।