लीड : मौसम.फोटो : बारिश से कहीं राहत तो कहीं आफत
जागरण संवाददाता, कोटद्वार : करीब एक सप्ताह की आंख-मिचौनी के बाद शुक्रवार शाम कोटद्वार व आसपास के क्ष
जागरण संवाददाता, कोटद्वार : करीब एक सप्ताह की आंख-मिचौनी के बाद शुक्रवार शाम कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में बदरा जमकर बरसे। शुक्रवार शाम करीब छह बजे से क्षेत्र में रिमझिम बारिश शुरू हुई, जो शनिवार दोपहर तक जारी रही। बारिश के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में कई जगह संपर्क मार्ग बाधित हो गए।
बारिश के कारण नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोटद्वार से करीब छह किमी दूर बरसाती नाले में आए उफान के कारण शुक्रवार शाम करीब दो घंटे राजमार्ग पर यातायात बाधित रहा। धुमाकोट-दुगड्डा-यमकेश्वर-लक्ष्मणझूला राजमार्ग पर मांडई के समीप बरसाती गदेरे के उफान पर आने से वाहनों की आवाजाही को बनाया गया रपटा बह गया। इसके बाद मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। यमकेश्वर की ओर जाने वाले वैकल्पिक मार्ग दुगड्डा-क्रैंखाल-हनुमंती मार्ग पर मलबा आ जाने के कारण इस मार्ग से भी वाहनों की आवाजाही नहीं हुई। इसके अलावा चाकीसैंण-हिलोगी, हर्षू-मुंडगांव व दूणी-मांडई मार्ग पर भी वाहनों की आवाजाही बंद हो गई।
बाइक बही, कार दुर्घटनाग्रस्त
शुक्रवार शाम कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य कोटद्वार से करीब पांच किमी आगे राष्ट्रीय राजमार्ग में उफान पर आए बरसाती नाले को पार करने के प्रयास में दो बाइकों में सवार चार युवक नाले में फंस गए, जिन्हें आसपास मौजूद लोगों ने किसी तरह बचा लिया। इस दौरान एक बाइक नाले के तेज बहाव की भेंट चढ़ गई। दूसरी ओर, जनपद पौड़ी में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार त्यागी अवकाश लेकर शनिवार सुबह घर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान दुगड्डा-गुमखाल के मध्य चट्टान से लुढ़क रहे बोल्डरों से बचने के प्रयास में उनकी कार संख्या एचआर 51एयू/9241 सामने से आ रही बस से जा भिड़ी। दुर्घटना में डॉ. त्यागी को हल्की चोटें आई।
खोह में फंसा हाथियों का झुंड
शुक्रवार शाम से शुरू हुई बारिश के कारण क्षेत्र में नदियों का जलस्तर काफी अधिक बढ़ गया। इस बीच शुक्रवार रात पानी पीने खोह नदी में उतरा हाथियों का झुंड नदी में फंस गया। सुबह जीप चालकों से मिली सूचना के बाद लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज में वन क्षेत्राधिकारी एसपी कंडवाल उप वन क्षेत्राधिकारी सतविंदर सिंह व वन रक्षक संगीत मौके पर पहुंचे व वस्तुस्थिति का जायजा लिया। समाचार लिखे जाने तक हाथियों को बाहर निकलने के प्रयास हो रहे थे।
बारिश से मिली राहत
कालागढ़ : शुक्रवार रात हुई भारी बारिश से कालागढ़ के कई गांवों के किसानों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। साथ ही कई दिनों से पड़ रही उमस से भी लोगों को निजात मिल गई है। पहाड़ों में हुई बारिश के कारण कालागढ़ डैम की झील में पानी की भारी आमद को देखते हुए डैम प्रशासन ने झील से पानी की निकासी 2000 से बढ़ाकर 5500 क्यूसेक कर दी है। पानी की निकासी बढ़ने से कालागढ़ पावर हाउस में विद्युत उत्पादन भी 43 मेगावाट से बढ़कर 117 मेगावाट प्रतिघंटा हो गया है। झील का जलस्तर भी 357.060 मीटर से बढ़कर 357.790 मीटर पर पहुंच गया है। पिछले 24 घंटों में झील के जलस्तर में 73 सेंटीमीटर वृद्धि रेकार्ड की गई है।