मानसिक विकलांग विजय की अमेरिका में स्वर्णिम जीत
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: कीर्तिनगर (टिहरी) ब्लाक के खोला कड़ाकोट के छात्र विजय सिंह ने लॉस
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:
कीर्तिनगर (टिहरी) ब्लाक के खोला कड़ाकोट के छात्र विजय सिंह ने लॉस एंजलिस (अमेरिका) में आयोजित स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड गेम्स 2015 में एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीतकर गढ़वाल का ही नहीं वरन उत्तराखंड का नाम भी रोशन किया है। कक्षा दस के इस छात्र ने 800 मीटर दौड़ में स्वर्ण और 400 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीता। इससे पूर्व वह मार्च 2015 में दिल्ली में मानसिक विकलांगों के लिए आयोजित अखिल भारतीय खेल में भी दौड़ में स्वर्ण पदक जीत चुका है।
पट्टी कड़ाकोट के खर्क गांव का रहने वाला विजय बेहद गरीब घर से ताल्लुक रखता है। राउमावि खोला कड़ाकोट के शिक्षक सतीश बलूनी ने अप्रैल 2012 में विजय की खेल प्रतिभा पहचान कर उसे कोचिंग देना शुरू किया। जिसके बाद उसने 2014 में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम दिल्ली में हुए नेशनल खेलों में दौड़ और गोला फेंक में विजेता रहकर स्पेशल ऑलंपिक वर्ल्ड गेम्स लॉस एंजिलिस के लिए भारतीय टीम में स्थान पाया। जिसके बाद हैदराबाद, बरेली, रोहतक, चेन्नई चार तैयारी शिविरों में प्रशिक्षण भी लिया। कोच सतीश बलूनी शुरू से ही उसका हौसलाअफजाई करते रहे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अन्य छात्रों और सेना में भर्ती के लिए तैयारी करने वाले युवकों के साथ वह दौड़ की प्रैक्टिस लगातार करता रहता है। विजय को लॉस एंजिलिस में स्पेशल ऑलंपिक के लिए जरूरी खेल उपकरणों के लिए उसे खासी मशक्कत करनी पड़ी। कहीं से कोई सहायता नहीं मिलने पर विद्यालय के शिक्षकों और गांव वालों ने उसकी आर्थिक मदद की। सतीश बलूनी के साथ ही प्रदीप तिवाड़ी, आदित्य न्यास ने उसकी आर्थिक मदद की। जिससे लॉस एंजिलिस जा सका। विद्यालय के प्रधानाध्यापक छविनाथ प्रसाद ने बताया कि विकलांग विजय गांव में ही प्रैक्टिस करता है। इससे पूर्व वह तमिलनाडु में भी पदक जीत चुका है। विकलांग विजय का स्कूल उसके गांव से लगभग दो किमी की दूरी पर है।