कठ्ठबद्दी के रोमांच पर इतराया ग्वाड़
संवाद सहयोगी, पौड़ी : जोरदार रोमांच के साथ ही ग्वाड़ गांव में आयोजित कठ्ठबद्दी मेला संपंन हो गया है। ह
संवाद सहयोगी, पौड़ी : जोरदार रोमांच के साथ ही ग्वाड़ गांव में आयोजित कठ्ठबद्दी मेला संपंन हो गया है। हजारों की तादाद में दर्शक कठ्ठबद्दी के रोमांच के साक्षी बने।
रविवार सुबह से ही विकास खंड खिर्सू के ग्वाड़ गांव में पूजा अर्चना का सिलसिला शुरू हो गया था। रातभर देव मंडाण के साथ जागरण हुआ। सोमवार सुबह देव स्नान के बाद फिर पूजा कार्यक्रम चला। कुल देवता अवतरित हुए और कठ्ठबद्दी के रोमांच की तैयारियां शुरू हुई। गांव के पंचायती चौक से सिर पर पगड़ी, हाथ में तलवार व ढाल, माथे पर लाल टीका व कमर में लटकी तलवार, बाजूबंद में कसी चुन्नियां। कुछ इस तरह से ही श्रृंगार हुआ कठ्ठबद्दी का। पंचायत चौक पर जब ढोल दमाऊं के साथ कठ्ठबद्दी को गांव के ऊपर लाया गया तो दर्शनों के लिए बड़ी तादाद में श्रद्धालु उमडे़। स्थानीय जानकारों ने बड़ी शिद्दत से कठ्ठबद्दी को रस्सी के सहारे टिकाया तो देवताओं के साज ढोल दमाऊ की थापें और तेजी से गूंजने लगी। आशीष देते कुल देवता व जयकारा लगाते ग्रामीण। माहौल में एक अजीब सा उत्साह व कौतुहल भी था। गांव के हुनरमंद शिल्पी ने कठ्ठबद्दी को खिसकाया और देखते ही देखते तीन सौ मीटर की दूरी पलों पर तय हो गई। फिर पूजा अर्चना के बाद कार्यक्रम संपंन हुआ।
मेले के तहत राइंका खिर्सू के मैदान में सजी सौंदर्य प्रसाधन व चाउमिन, जलेबी की दुकानों में खूब भीड़ जुटी रही। मेला समिति के अध्यक्ष सचदेव सिंह, पूर्व अध्यक्ष सते सिंह, गोविंद सिंह रावत, मनमोहन सिंह, लोकेश, चतर सिंह, गायत्री देवी, संग्राम सिंह, अवतार सिंह, धीरेंद्र लाल आदि ने बताया कि पिछले वर्षो की अपेक्षा इस बार कौथिगेरों की तादाद में खासी बढ़त देखी गई। क्षेत्रीय विधायक गणेश गोदियाल भी मेले में पंहुचे। कृषि, स्वजल आदि विभाग के स्टाल भी आकर्षण का केंद्र रहे।