Move to Jagran APP

निजी विद्यालयों के खिलाफ प्राथमिक शिक्षक हुए मुखर

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: उत्तराखंड राज्य राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने निजी विद्यालयों के खिलाफ मोर्च

By Edited By: Published: Tue, 14 Apr 2015 03:50 PM (IST)Updated: Tue, 14 Apr 2015 03:50 PM (IST)

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: उत्तराखंड राज्य राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने निजी विद्यालयों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिक्षक संघ ने निजी विद्यालयों पर सरकार के मानकों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए जांच कर कार्रवाई मांग की है। साथ ही सरकारी विद्यालयों में प्ले ग्रुप से कक्षाएं शुरू करने की मांग भी उठाई है।

loksabha election banner

ब्लॉक संसाधान केंद्र में प्राथमिक शिक्षक संघ ने बैठक कर निजी विद्यालयों में आरटीई की अनदेखी, निर्धारित मानकों के अनुरूप शिक्षकों को वेतन न देने, छात्र-छात्राओं व अभिभावकों के शोषण को जांच की मांग की है। वक्ताओं ने कहा कि सरकार की दोहरी रणनीति का लाभ निजी विद्यालय उठा रहे हैं। निजी विद्यालयों में प्ले ग्रुप, एलकेजी, यूकेजी आदि के संचालन की अनुमति दी जा रही है, जबकि सरकारी विद्यालयों में इनका संचालन नहीं किया जा रहा है। साथ ही पाठयक्रम में भी अंतर है। इस कारण लोग अपने पाल्यों को निजी विद्यालयों में भेजते हैं। घटती छात्र संख्या के पीछे भी यही कारण है। साथ ही दस व उससे कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों के अध्यापकों का समायोजन न करने की भी मांग की गई है।

इस अवसर पर राजेंद्र सिंह पाल, नवीन पुंडीर, कुलगौरव द्विवेदी, सुनील प्रभा, निशा रावत, अनीता, पूनम, सिद्धी नैथानी, खेमराज, उमेश चंद्र, निधि, बबीता नेगी, प्रभा, इमरान, शकील अहमद आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.